Varanasi News: कांग्रेस में टिकट के बटवारे के बाद घमासान शुरू हो गया है. कांग्रेस पार्टी की ओर से शहर दक्षिणी से मुदिता कपूर को पार्टी प्रत्याशी बनाये जाने से खफा होकर पार्षद दल के नेता सीताराम केसरी ने 100 कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ कबीर चौरा से जुलूस निकाला. इस दौरान उन्होंने शहर दक्षिणी विधानसभा से प्रत्याशी परिवर्तित करने की मांग की. उन्होंने लड़की हुं लड़ सकती हूं का नारा देने वाली कांग्रेस पार्टी को कैंट से मजबूत महिला प्रत्याशी रेखा शर्मा का नाम हटाये जाने का भी विरोध जताया.
पार्षद दल के नेता सीताराम केसरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि शहर दक्षिणी से 389 कांग्रेस प्रत्याशी मंजूर नहीं. हम विरोध नहीं कर रहे हैं. हम पार्टी के लोगों को जगा रहे हैं कि पार्टी जागो, जिनलोगों के कहने पर पार्टी ने यहां से प्रत्याशी को टिकट दिया है, वो गलत है.
वाराणासी शहर दक्षिणी नहीं सम्पूर्ण वाराणासी के 8 विधानसभाओ में दीदी का वादा था. 40% महिलाओ को आरक्षण, वो तो प्रियंका दीदी का वादा था न कि महिला को हम लड़ाएंगे, तो जो महिला रेखा शर्मा कांग्रेस से रामननगर पालिका की चेयरमैन है, वे पिछले 22 वर्षों से कांग्रेस का झंडा ढो रही हैं, तो उसके साथ अत्याचार क्यों और जिस महिला को कोई जानता नहीं है उस महिला को दक्षिणी में प्रत्याशी बनाया गया है. ये कौन सा मजाक हैं, ये अपने आप को अंधकार में रखकर यहां पर क्यों ऐसा किया गया.
उन्होंने कहा कि हम जब शहर अध्यक्ष थे. 2013 से 2019 तक तब सर्वाधिक 21 पार्षद जिताकर हमने पूरे उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक पार्षद कांग्रेस को दिया. हमारे साथ शहर दक्षिणी सहित उत्तरी, कैंट के सभी कांग्रेसी पार्षद यहां मौजूद है, अगर कांग्रेस प्रत्याशी नहीं बदलती हैं, तो भी हम कांग्रेस का विरोध नहीं कर सकते है. हमने कांग्रेस को सींचा है. यहां की जनता ने कांग्रेस के रूप में हमे 22 सालों से प्यार दिया है.
उन्होंने आगे कहा कि मैं व्यापारियों के बीच में उनका प्रतिनिधित्व करता हूं. व्यपारियों का मंडल अध्यक्ष हुं. मैं कभी न कांग्रेस छोडूंगा न निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा. रेखा शर्मा के कांग्रेस छोड़ने के सवाल पर सीताराम ने कहा कि ये उनका अपना व्यक्तिगत विचार है. मेरा नहीं, हम कांग्रेस पार्टी को बस आगाह कर रहे हैं. 17 तारीख तक आवेदन की तिथि है. इसके बाद भी यदि कांग्रेस पार्टी शहर दक्षिणी से प्रत्याशी नहीं बदलती हैं, तो हम अपने सभी, पार्षदों, कार्यकर्ताओं, व्यपारियों से बैठकर बातचीत करते हुए सलाह लेंगे की अब आगे क्या करना है.
रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी