IIT BHU में छात्रा के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपी चेतगंज की नक्कटैया देखकर आए थे, पी रखी थी शराब

आईआईटी बीएचयू परिसर में बीटेक छात्रा के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपी उस रात अपनी बाइक से चेतगंज की नक्कटैया मेला देखने गए थे. पुलिस के साथ हुई पूछताछ में बताया वारदात को अंजाम कैसे दिया था.

By Sandeep kumar | January 2, 2024 10:40 AM
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वाराणसी (Varanasi) के आईआईटी बीएचयू (IIT BHU) परिसर में बीटेक छात्रा (B.Tech Student) के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपी उस रात अपनी बाइक से चेतगंज (Chetganj) की नक्कटैया मेला (Nakkataiya Mela) देखने गए थे. नक्कटैया देखने के बाद तीनों बीएचयू परिसर में सिंह द्वार से एंट्री किए और आईआईटी की ओर गए. आरोपियों ने सुनसान जगह बीटेक छात्रा को देखकर उसके साथ दरिंदगी की वारदात को अंजाम दिया था. फिर, हैदराबाद गेट से निकलकर बाईपास की ओर चले गए. करीब तीस मिनट तक तीनों आरोपी बाईपास की ओर रहे. इसके बाद आरोपी कुणाल (Accused Kunal) ने अपने साथी सक्षम (Saksham) और अभिषेक (Abhishek) को उनके घर पर छोड़ा था. आरोपी कुणाल उस रात 2:30 बजे के बाद अपने घर पहुंचा था. पुलिस के साथ हुई पूछताछ में तीनों आरोपियों ने यह जानकारी दी है. उन्होंने आगे बताया कि एक नवंबर की रात वारदात को अंजाम दिया.फिर दो और तीन नवंबर की रात को उन्होंने देखा कि घटना के विरोध में आईआईटी बीएचयू के स्टूडेंट्स ने आंदोलन शुरू कर दिया है. इस पर तीनों डर गए और शहर छोड़कर मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Vidhan Sabha Election) में प्रचार (Campaign) में चले गए. फिर तीनों वोटिंग से पहले वापस वाराणसी आ गए. इस बात को लेकर वे आश्वस्त थे कि अब तो गिरफ्तार नहीं होगी. तीनों ने आगे कहा कि वह लोग अक्सर बीएचयू परिसर में रात को सड़क पर दिखाई देने वाली लड़कियों पर छींटाकशी करते हुए गुजरते थे. उन्होंने यह नहीं सोचा था कि आईआईटी बीएचयू की छात्रा का मामला इतना तूल पकड़ेगा. तीनों को लगा था कि छात्रा डरकर किसी से कुछ नहीं बताएगी और चुपचाप अपने हॉस्टल चली जाएगी.

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पुलिस ने ऐसे की आरोपियों की पहचान

पुलिस के बड़े अधिकारियों के मुताबिक लगभग 300 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद तीनों आरोपी चार नवंबर को ही चिह्नित कर लिए गए थे. लेकिन तीनों आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद हैदराबाद गेट से बाईपास की ओर भागे थे. उस मार्ग पर प्रकाश की खास व्यवस्था न होने की वजह से पुलिस को कोई खास सफलता हाथ नहीं मिल पा रही थी. फिर, पुलिस ने एक नवंबर की रात 1.00 बजे के बाद सिंह द्वार से बीएचयू परिसर में एंट्री करने वाले दोपहिया वाहन सवार तीन युवकों की फुटेज खंगालनी शुरू की. पुलिस को सिगरा स्थित सिटी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की मदद से एक बुलेट बाइक सवार तीन युवकों की धुंधली फुटेज मिली. इसी फुटेज के सहारे पुलिस लंका की ओर बढ़ते हुए चेतगंज तक पहुंची थी. चेतगंज इलाके में तीनों आरोपियों की साफ फुटेज मिली. जब पीड़िता को फुटेज दिखाई गई तो उसने तीनों को पहचान लिया.

आरोपियों को बीजेपी ने किया निष्कासित

आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनकी भाजपा के बड़े नेताओं के साथ तस्वीर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. इस पर विपक्ष ने भी जमकर हमला बोला था. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और अखिलेश यादव ने एक्स पर भाजपा के खिलाफ लिखा और पूछा कि ये कैसी जीरो टॉलरेंस की नीति है. गिरफ्तार तीनों आरोपियों ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर बड़े-बड़े नेताओं के साथ फोटो अपलोड कर रखी है. जिसके बाद भाजपा ने उनको अपने पार्टी से निष्कासित कर दिया. पुलिस के मुताबिक, आरोपी कुणाल पांडेय शादीशुदा और भाजपा पार्षद का दामाद भी है. कुणाल के मुहल्ले के लोगों के अनुसार वह बीटेक पास है. वहीं सक्षम पटेल और अभिषेक चौहान के घर के बाहर लगा भाजपा और उसके पदाधिकारी का नेमप्लेट रविवार की देर शाम हटा दिया गया. नेमप्लेट हटने के बाद इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं रहीं. स्थानीय लोगों का कहना था कि दोनों के परिजनों ने पार्टी नेताओं के दबाव पर नेमप्लेट हटाए हैं. दोनों आरोपियों ने अपने घर के बाहर अपना नाम और पदनाम लिखवा रखा था.

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अपनी नाकामी का कलंक अब धुल सकती है पुलिस

आईआईटी बीएचयू की छात्रा के साथ दरिंदगी के मामले में कमिश्नरेट की पुलिस की कार्यशैली गंभीर सवालों के घेरे में रही. पुलिस की कार्यशैली को लेकर चर्चाएं यह भी रहीं कि इस प्रकरण में वह शुरू से ही दबाव में थी. इसी वजह से आरोपियों की गिरफ्तारी में इतनी देरी भी हुई. उधर, तीनों आरोपी आराम से अपने घर में रह रहे थे. जानकारों का कहना है कि पुलिस अपनी नाकामी का कलंक अब धुल सकती है. इसके लिए पुलिस पारदर्शी तरीके से मुकदमे की विवेचना जल्द पूरी कर अदालत में चार्जशीट दाखिल करे. इसके बाद अनुरोध कर मुकदमे का ट्रायल फास्ट कोर्ट में करा कर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए.

पीड़िता के बयान पर बढ़ी थी सामूहिक दुष्कर्म की धारा

बता दें कि पीड़ित छात्रा की तहरीर के आधार पर दो नवंबर की सुबह लंका थाने में तीन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ छेड़खानी, धमकाने और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था. बाद में छात्रा ने विवेचक और मजिस्ट्रेट को बयान दिया कि उसका प्राइवेट पार्ट तीनों आरोपियों ने छुआ था. साथ ही उसे जबरन निर्वस्त्र कर बनाए गए वीडियो को सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर अपलोड करने की धमकी दी थी. इस आधार पर दर्ज मुकदमे में सामूहिक दुष्कर्म और इलेक्ट्रॉनिक साधनों से यौन उत्पीड़न की धारा बढ़ाई गई थी.

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