महाशिवरात्रि तक निखर जाएगा काशी विश्वनाथ धाम, नावों को ललिता घाट से जोड़ने के लिए रूट निर्धारण

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्मित होने के बाद अब भक्तों के लिए महाशिवरात्रि पर्व पर नावों को ललिता घाट से जोड़ने के लिए रूट निर्धारण किया जा रहा है. जिसके तहत राजघाट और अस्सी घाट से नावों के संचालन के लिए गंगा में रूट भी बनाने पर विचार किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 18, 2022 8:19 PM

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्मित होने के बाद बाबा धाम में नए-नए भव्य सौंदर्यीकरण से जुड़े बहुप्रतीक्षित प्रपोजलों पर तेजी से काम हो रहा है. इसमे सबसे बड़ा प्रपोजल महाशिवरात्रि पर भक्तों को गंगद्वार से सीधे काशी विश्वनाथ धाम में प्रवेश करने का मौका मिलेगा. उसपर काम हो गया है. इसबार महाशिवरात्रि पर्व पर शिवभक्तों को सुरसरि के जल को लेकर बाबा के अभिषेक करने के सपने को मंदिर प्रशासन ने तैयार कर लिया है. इसके लिए नावों को ललिता घाट से जोड़ने के लिए रूट निर्धारण किया जा रहा है. जिसके तहत राजघाट और अस्सी घाट से नावों के संचालन के लिए गंगा में रूट भी बनाने पर विचार किया जा रहा है.

मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया कि शिवरात्रि पर गंगा द्वार से प्रवेश के लिए भक्तों को नाव और क्रूज की सुविधा दी जाएगी. गंगा घाट से गंगा द्वार तक का मार्ग पूरी तरह सुगम कर दिया जाएगा. राह सुगम होने के बाद अब इस मार्ग को भव्य रूप दिया जाएगा. इसके लिए बाबा दरबार के इस प्रवेश द्वार पर फसाड लाइट के साथ ही नीली रोशनी से सराबोर किया जाएगा. फिलहाल शिवरात्रि पर भक्तों की सहूलियत के लिए घाट से गंगा द्वार तक की सफाई कर उसे सुगम बनाया जाएगा.

उधर, नावों को ललिता घाट से जोड़ने के लिए रूट निर्धारण किया जा रहा है. इसके लिए राजघाट और अस्सी घाट से नावों के संचालन के लिए गंगा में रूट भी बनाने पर विचार किया जा रहा है. गंगा तट से मंदिर चौक तक अभी केवल आने जाने के लिए ही खोला जाएगा. श्रद्धालु आसपास के भवनों में प्रवेश नहीं कर सकेंगे. घाट से मंदिर चौक तक श्रद्धालु अपना सामान, मोबाइल और कैमरा ले जा सकेंगे. मोबाइल और कैमरा रखने के लिए गंगा द्वार से चौक तक अलग-अलग जगहों पर इंतजाम किया जाएगा.

रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी

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