वाराणसी: काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Mandir) में इस सावन के सोमवार को दर्शन की व्यवस्था में बदलाव किया गया है. गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण ये बदलाव किए गए हैं. सोमवार को ललिता घाट गंगा द्वार, सिल्को द्वार संख्या 4ए और सरस्वती फाटक-बंद कर दिए गए हैं. इसी के साथ प्रोटोकाल भी रद्द रहेगा. विशेष कतार की सुविधा भी नहीं मिलेगी. ज्ञानवापी गेट संख्या 4 और नंदू फेरिया गेट 4बी से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा.
कई रास्तों पर रूट डायवर्जन
काशी विश्वनाथ धाम मंदिर प्रशासन ने इस सोमवार को अधिक भीड़ की संभावना व्यक्त की है. उन्होंने भक्तों से अनुरोध किया है कि वो धैर्यपूर्वक अपनी बारी का इंतजार करें. गोदौलिया-मैदागिन मार्ग पर जहां से भी दर्शनार्थियों की लाइन दिखे, उसमें शामिल होकर व्यवस्था बनाए रखें. यही नहीं सावन के सोमवार चलते काशी में रूट डायवर्जन भी किया गया है. ये डायवर्जन शनिवार रात से लागू हो गया है. कई रास्तों को नो व्हीकल जोन रहेगा.
इन रास्तों पर जाने से पहले ध्यान रखें
काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए वाराणसी में सोमवार को रूट डायवर्जन भी रहेगा. डीसीपी ट्रैफिक हृदेश कुमार ने रूट डायवर्जन देखकर ही चलने की सलाह दी है. मैदागिन से गोदौलिया तक का इलाका नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है. ये व्यवस्था शनिवार रात 8 बजे से मंगलवार सुबह 8 बजे तक लागू रहेगी. लगभग 60 घंटे तक नो व्हीकल जोन की व्यवस्था लागू रहेगी. लंका से सामने घाट, होटल ब्राडवे तिराहा से सोनारपुरा, मदनपुरा से गोदौलिया, गुरुबाग तिराहा से लक्सा, रामपुरा से गोदौलिया, बेनिया से मुर्गा गली मोड़, लंगड़ा हाफिज मस्जिद से रामापुर और गोदौलिया, पियरी चौकी से बेनिया तिराहा, सूजाबाद से भदऊंचुंगी विश्वेश्वर गंज से मैदागिन तक नो व्हीकल जोन रहेगा.
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