वाराणसी: सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित वन वर्ल्ड टीबी समिट में कहा कि उत्तर प्रदेश में देश के 21% टीबी के मरीज पाए जाते रहें हैं. पिछले 5 साल में उत्तर प्रदेश ने 16 लाख 90 हजार रोगियों को पोषण सहायता के माध्यम से अबतक 422 करोड़ का भुगतान डीबीटी से दिया है. नि:क्षय मित्र योजना के अंतर्गत अब तक 2.25 लाख से अधिक टीबी रोगियों को गोद लिया गया. इनमें से 70 फीसदी रोगी पूरी तरह से स्वस्थ्य हो चुके हैं. वह टीबी मुक्त हो चुके हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी प्रधानमंत्री की कर्म साधना की स्थली है. जहां से देश की संसद में वह स्वयं प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. उनके नेतृत्व में भारत नई ऊचाइयों को प्राप्त कर रहा है. स्टॉप टीबी कैंपेन के अधिशासी निदेशक के उद्बोधन में वो बातें प्रस्तुत की गयी हैं. अमृत काल के प्रथम वर्ष में भारत ने प्रवेश किया है. इस मौके पर जी 20 देशों का समूह का नेतृत्व भारत कर रहा है.
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सीएम योगी ने कहा कि 2018 में टीबी मुक्त करने के अभियान का संकल्प डब्लूएचओ ने लिया था. पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत को 2025 तक टीबी मुक्त करने जिसे संकल्प को आगे बढ़ाया था, आज हम उसके नजदीक पहुंच चुके हैं. स्टाप टीबी कैंपेन का जो थीम दिया गया है. यस वी कैन एंड टीबी (Yes! We Can End TB) भारत उस थीम के तहत भारत को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में आगे बढ़ चुके हैं.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को 2025 तक टीबी से मुक्त करने का जो संकल्प दिया था, आज हम उसके नजदीक पहुंच चुके हैं. आज स्टॉप टीबी कैंपेन का जो थीम दिया गया है, ये वास्तव में उनके संकल्पों को मजबूती प्रदान करने और उसे आगे बढ़ाने का है. आयुष्मान भारत वेलनेस सेंटर में टीबी जांच विशेष रूप से की जा रही है. पूरे प्रदेश में 80 हजार से अधिक डॉट्स किट्स के माध्यम से दवाओं का वितरण चल रहा है.