पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में संकटग्रस्त संदेशखाली (Sandeshkhali) के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को सुबह फिर से विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया है. उल्लेखनीय है कि 50 दिन बाद भी तृणमूल नेता शेख शाहजहां की गिरफ्तारी नहीं हुई. हालांकि, एक हाई स्कूल के छात्र को पुलिस की गिरफ़्तारी का सामना करना पड़ा है. ग्रामीणों का दावा है कि पुलिस ने बिना किसी कारण हाईस्कूल के छात्रों समेत 20 लोगों को गिरफ्तार कर गाड़ी में बैठा लिया. इसके विरोध में स्थानीय महिलाओं ने पुलिस वैन को रोकने के लिए सड़क पर लेटकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. विरोध प्रदर्शन में बीजेपी का महिला प्रतिनिधिमंडल भी शामिल हुआ. संदेशखाली में हंगामा व प्रदर्शन जारी है.
पुलिस के खिलाफ ही महिलाओं ने किया प्रदर्शन
कुछ देर तक विरोध जारी रहने के बाद पुलिस ने गिरफ्तारी शुरू कर दी. दोपहर में गांव से कम से कम 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया. स्थानीय लोगों का यह भी दावा है कि इनमें एक हाई स्कूल का छात्र भी है. ग्रामीणों ने शिकायत की कि पुलिस ने बिना किसी कारण के घर-घर जाकर पुरुष और हाई स्कूल के छात्रों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की गिरफ्तारी के विरोध में पूरे इलाके में फिर तनाव फैल गया. पुलिस की गाड़ी को रोकने के लिए महिलाएं सड़क पर लेट गईं है और हंगामा कर रही है. हालांकि बाद में खबर मिली है कि उच्च माध्यमिक परीक्षार्थी को रिहा कर दिया गया.
डीजीपी ने अशांत क्षेत्र का किया दौरा
पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार मौके पर पहुंचे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है. स्थानीय लोगों से बात की. राजीव कुमार ने स्थानीय लोगों से कहा, आप अपनी शिकायत दर्ज कराएं. हम कार्रवाई करेंगे. हम यहां पुलिस कैंप स्थापित करेंगे. लेकिन मैं आप सभी से अनुरोध करूंगा कि कृपया कानून अपने हाथ में न लें. संवाददाताओं से बात करते हुए कुमार ने कहा, “पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी. हम क्षेत्र में कानून का राज स्थापित करेंगे. डीजीपी ने कहा कि कानून हाथ में लेने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन ने ग्रामीणों की हड़पी गई जमीन वापस करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.