गोशाला ओपी अंतर्गत सेल टासरा में केटीएमल द्वारा ट्रांसपोर्टिंग शुरू किये जाने के बाद बुधवार को जनता मजदूर संघ (जमसं) और मासस-झामुमो के समर्थकों में हिंसक झड़प हो गयी. दोनों तरफ से जमकर लाठी-पत्थर चले. दोनों पक्ष से कम से कम आठ लोग घायल हो गये. दोपहर 12 बजे से दोनों तरफ से तनातनी थी, जो अपराह्न चार बजे हिंसक झंड़प में तब्दील हो गयी. इस संबंध में केटीएमपीएल निदेशक टी रमेशन ने बताया कि आज पहले दिन डिस्पैच शुरू हुआ था और वेवजह विवाद किया गया.
यह है मामला : सेल टासरा में संवेदक कल्याणेश्वरी टासरा माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड को कोयला परिवहन का ठेका मिला है. कोयला टासरा से चासनाला पहुंचाना है. जमसं गोशाला शाखा अध्यक्ष बिरजू सिंह का कहना था कि जब तक उसकी 13 सूत्री मांगों पर वार्ता नहीं हो जाती, परिवहन शुरू नहीं किया जायेगा. इस बीच मासस नेता जीतू सिंह और झामुमो ने गोवर्धन मंडल ने इसका विरोध किया. वे समर्थक कंपनी के पक्ष में उतरे और कोयला ट्रांसपोर्टिंग शुरू करा दी. इसी को लेकर बात बढ़ गयी और भिड़ंत हो गयी. दोनों पक्ष के लोग वहां पहुंच गये. समाचार लिखे जाने तक वहां तनाव व्याप्त है, लेकिन गोशाला पुलिस ने पहल करते हुए दोनों पक्षों के बीच समझौता वार्ता शुरू करायी है.
मारपीट में ये हुए घायल
विनोद उर्फ दुखन सिंह. कालीपद मंडल. राजू उर्फ काली सिंह, रिक्की कुमार, राहुल सिंह. जमसं उपाध्यक्ष दीपक सिंह. बिरजू सिंह. अरुणा देवी. रोहित सिंह. डबलू सिंह व अन्य ग्रामीण.
मांगों पर विचार नहीं करने के कारण रोका काम : जमसं
जमसं शाखा सचिव बिरजू सिंह ने बताया कि उनकी 13 सूत्री मांगों को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ है, इसलिए जमसं ने केटीएमपीएल के कोयला लदे दोनों ट्रकों को गोशाला बाजार स्थित पेट्रोल पंप के पास रोक दिया है.
बेवजह काम रोकने से बेरोजगार रैयतों को हानि : मासस
मासस नेता जीतू सिंह का कहना है कि सेल का टासरा प्रोजेक्ट चलना चाहिए. ग्रामीणों ने जमीन देकर प्रोजेक्ट बनवाया है तो इसके चलन से और रैयतों को रोजगार मिलेगा. बेवजह काम रोके जाने का विरोध करने ग्रामीण कर रहे हैं.