पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने संदेशखाली का किया दौरा
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के प्रतिनिधियों ने मां की गोद से बच्चे को फेंकने की शिकायत के आधार पर पुलिस को पत्र भी भेजा है. राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सलाहकार सुदेशना रॉय ने कहा कि अगले 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी गयी है.
पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग (डब्ल्यूबीसीपीसीआर) की छह सदस्यीय टीम ने राजनीतिक रूप से अशांत क्षेत्र संदेशखाली में बच्चे के साथ दुर्व्यवहार की शिकायतों की पड़ताल के लिए शनिवार को वहां का दौरा किया. ग्रामीणों का आरोप है कि संदेशखाली में बदमाशों ने सात माह के बच्चे को उसकी मां की गोद से छीनकर फेंक दिया था. बच्चे का फिलहाल उपचार किया जा रहा है.आयोग की सलाहकार सुदेशना रॉय ने पत्रकारों से कहा, “हम स्थिति का आकलन करने के लिए घटनास्थल पर आए हैं हमारा कर्तव्य राज्य के हर बच्चे को सुरक्षा देना है और यह भी देखना है कि उनके अधिकार सुरक्षित हैं या नहीं.
बच्चे की मां ने दावा किया कि पुलिस के ड्रेस में कई बदमाशों ने उनके घर पर किया हमला
बच्चे की मां ने दावा किया कि उस रात पुलिस के वेश में कई बदमाशों ने उनके घर पर हमला किया.खिड़की टूटी हुई थी. धमकियां भी दी जाती हैं. उन्होंने कहा, हम कथित तौर पर उत्पीड़ित बच्चे की मां से बात करेंगे.आयोग की छह सदस्यीय टीम ने संदेशखाली का दौरा किया, जिसका नेतृत्व इसकी अध्यक्ष तूलिका दास ने किया.एक महीने से अधिक समय पहले तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता शेख शाहजहां के परिसर की तलाशी के लिए ईडी के इलाके में जाने के बाद संदेशखाली में तनाव पैदा हो गया था. शाहजहां अब भी फरार है.
बाल अधिकार संरक्षण आयोग के प्रतिनिधियों ने परीक्षा केंद्रों की स्थिति का लिया जायजा
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के प्रतिनिधियों ने सतुलिया गांव का दौरा किया. संदेशखाली पहुंचने पर सुदेशना राय ने कहा कि हाईस्कूल की परीक्षा चल रही है. यह देखा जा रहा है कि अभ्यर्थियों को कोई परेशानी तो नहीं हो रही है, परीक्षा केंद्रों की स्थिति क्या है, अभ्यर्थियों के लिए सभी सेवाएं उपलब्ध हैं या नहीं. इस बीच आयोग ने मां की गोद से बच्चे को फेंकने की शिकायत के आधार पर पुलिस को पत्र भी भेजा है. राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सलाहकार सुदेशना रॉय ने कहा कि अगले 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी गयी है.