पश्चिम बंगाल के कोलकाता नगर निगम (Kolkata Municipal Corporation) के स्कूलों में बच्चों को अब पौष्टिक भोजन दिया जायेगा. इसके लिए अलग से किचन तैयार किया जा रहा है. महानगर में 144 वार्डों में निगम के 224 प्राइमरी व अपर प्राइमरी स्कूल हैं. इन स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या करीब 13 हजार है. निगम के इन स्कूलों के बच्चों को मध्याह्न भोजन (मिड डे मील) के साथ अब अतिरिक्त पैकेज्ड फूड दिया जायेगा. निगम के मेयर परिषद सदस्य (शिक्षा) संदीपन साहा ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि निगम के स्कूल के ज्यादातर छात्र जरूरतमंद परिवार से होते हैं. ऐसे बच्चे पैकेज्ड फूड खरीद कर नहीं खा सकते हैं. उनके परिवार के लिए इसे खरीदना भी विलासिता और बजट के बाहर है.
टेंगरा में 25 लाख रुपये की लागत से तैयार हो रहा है किचन
ऐसे में निगम के स्कूली बच्चों को पौष्टिक व पैकेज्ड फूड देने के लिए केएमसी ने लायंस क्लब इंटरनेशनल के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया है. इस यजोना के तहत भोजन पकाने के लिए दक्षिण कोलकाता के टेंगरा स्थित सील लेन में एक रसोईघर बनाया जा रहा है. यह किचन पूरी तरह से स्वचालित है. यानी सबकुछ मशीन से होगा. आटा गूंथने से लेकर सब्जियां काटने या दही पैक करने तक, सभी काम आटोमैटिक होंगे. सूत्रों के मुताबिक इस किचन में मुख्य रूप से सूखा खाना तैयार किया जायेगा, ताकि कम से कम हाथों का इस्तेमाल करना पड़े. इसलिए इस रसोई में भोजन अधिक स्वास्थ्यवर्धक होगा. मेयर परिषद के सदस्य संदीपन साहा ने कहा कि यह मध्याह्न भोजन कराने के बाद बच्चों को अतिरिक्त भोजन के तौर पर पैकेज्ड फूड दिये जायेंगे.
इस तरह का भोजन मिलेगा बच्चों को
बच्चों को रोटी-सब्जी, दही के साथ मौसमी फल भी दिया जायेगा. खाना पूरी तरह सीलबंद पैकेट में स्कूल पहुंचाया जायेगा. शुरुआत में किन स्कूलों में यह तरह का भोजन दिया जायेगा, इसकी सूची तैयार की जा रही है. निगम सूत्रों के अनुसार, निजी स्कूलों में छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही है. वे सभी परिवार, जो अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने के बारे में नहीं सोचते थे, वे भी अपने बच्चों को निजी स्कूलों में भेज रहे हैं. ऐसे में निगम के स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की जा रही है.
अब तक निगम के 70 स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में बदला गया
अब तक निगम के 70 स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में बदला गया है. छात्रों के लिए लाइब्रेरी भी खोली गयी है. संदीपन साहा के अनुसार, आइटीसी की मदद से कुछ स्कूलों में यह कार्य किया जा रहा है. इस मदद से निगम के स्कूलों को भी आकर्षक बनाया जा रहा है. अब निगम के हर स्कूल में वर्ष में दो बार अभिभावक-शिक्षक बैठक आयोजित की जा रही है. इसे लेकर अभिभावकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है.
राज्य की मिड-डे मील योजना की केन्द्र ने की तारीफ
बीजेपी ने पहले मिड- डे मील में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. लेकिन इस बार खुद केंद्र सरकार ने सीधे मिड-डे मील योजना के बंगाल मॉडल की जमकर तारीफ की. नबान्न सूत्रों से मिली खबर के अनुसार दिल्ली में केंद्रीय और राज्य सचिवों के बीच हुई बैठक में खासकर इस मुद्दे पर राज्य की सराहना की गई. इस संबंध में राज्य के शिक्षा मंत्री व्रत्य बसु ने खुदअपने एक्स हैंडल पर ट्वीट किया है. उन्होंन कहा कि, “कल दिल्ली में केंद्र व राज्य सरकार के सचिव स्तर की बैठक में बंगाल की मिड-डे मील योजना और प्रबंधन प्रणाली की विशेष सराहना की गयी है. बंगाल मॉडल की तारीफ की गई है. माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में हमारी सरकार का विकास मॉडल एक बार फिर सिद्ध हुआ है.