मयनागुड़ी ग्रामीण अस्पताल में मरीज, परिजन असुरक्षित परित्यक्त क्वार्टर बने असामाजिक तत्वों के अड्डे

मयनागुड़ी. अस्पताल एक ऐसी जगह है जहां मरीज और उनके परिजनों को सर्वाधिक सुरक्षित महसूस करना चाहिए, लेकिन मयनागुड़ी ग्रामीण अस्पताल की हालत इसके ठीक विपरीत है. यहां इलाज कराने के लिए आने वाले मरीज और उनके परिजन शाम ढलते ही खुद को असुरक्षित महसूस करने लगते हैं. कारण कि शाम होते ही अस्पताल के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2017 8:31 AM
मयनागुड़ी. अस्पताल एक ऐसी जगह है जहां मरीज और उनके परिजनों को सर्वाधिक सुरक्षित महसूस करना चाहिए, लेकिन मयनागुड़ी ग्रामीण अस्पताल की हालत इसके ठीक विपरीत है. यहां इलाज कराने के लिए आने वाले मरीज और उनके परिजन शाम ढलते ही खुद को असुरक्षित महसूस करने लगते हैं. कारण कि शाम होते ही अस्पताल के परित्यक्त स्टाफ क्वार्टर समाज विरोधी तत्वों के अड‍्डे बन जाते हैं. वहां शराब और जुए का दौर चलता है.
प्रशासन के अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराने के बावजूद कोई लाभ नहीं हुआ. जब यह समस्या जलपाईगुड़ी के सांसद और जिला रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन विजय चन्द्र बर्मन के सामने रखी गयी, तो उन्होंने समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है. उल्लेखनीय है कि बीच में मयनागुड़ी थाना की ओर से पुलिस बल अस्पताल में तैनात कराया गया था लेकिन अब हटा लिया गया है.
गौरतलब है कि माल और धूपगुड़ी प्रखंडों के अलावा मेखलीगंज महकमा के लाखों लोग इसी मयनागुड़ी ग्रामीण अस्पताल पर निर्भर हैं. लेकिन इन समाजविरोधी तत्वों के चलते मरीज अस्पताल जाने से ही डरने लगे हैं. अस्पताल के चारों ओर बनी चारदीवारी को स्थानीय लोगों ने तोड़कर अपने मनमाफिक रास्ता बना लिया है. इससे कोई भी बाहरी व्यक्ति अस्पताल परिसर में निर्बाध रूप से प्रवेश कर जाता है. अस्पताल में इलाज कराने के आये मरीज और उनके परिजनों का आरोप है कि बाहरी लोगों के अस्पताल परिसर में प्रवेश करने से अस्पताल की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है.
ग्रामीण अस्पताल की इस अव्यवस्था की बात को ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी लकी देवान ने स्वीकार किया है. उन्होंने बताया कि अस्पताल परिसर बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है. लेकिन स्थानीय लोगों ने उसमें से ही आने-जाने के लिए रास्ता तैयार कर लिया है. उन्होंने बताया कि बीच में मयनागुड़ी थाना से पुलिस की तैनाती की गई थी. लेकिन हाल के दिनों में वह नहीं है. कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष प्रदीप साह ने बताया कि आबादी के अनुपात में अस्पताल के बुनियादी ढांचे में कोई सुधार नहीं आया है.

इसीलिए यह वर्तमान समस्या है. वहीं मयनागुड़ी पंचायत समिति के सभापति सुभाष बोस ने बताया कि राज्य सरकार मयनागुड़ी ग्रामीण अस्पताल के सुधार के लिए कई कदम उठाये हैं. उन्हें समाजविरोधी गतिविधियों के बारे में जानकारी है. इस संबंध में सांसद विजय चन्द्र बर्मन ने बताया कि इस समस्या को लेकर सीएमओ को रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है.

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