कोलकाता: बदमाश लोगों को ठगने के रोज नये तरीके अपना रहे हैं. लोग उनके जाल में फंस कर मोटी रकम गंवा दे रहे हैं. कोलकाता पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन दिनों कई नये तरह की ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. कोई लॉटरी में मोटी रकम जीतने का प्रलोभन देकर लाखों रुपये ठग रहा है तो कोई महंगी कार लकी ड्रा में जीतने का दावा करके ठग ले रहा. सिर्फ यही नहीं, फर्जी बैंक अधिकारी के फोन कॉल के जाल में फंस कर आये दिन कोई न कोई 50 हजार से लेकर 4.5 लाख रुपये तक गंवा दे रहे हैं.
घटना-1:
पूर्व यादवपुर के रहने वाले प्रशांत मिस्त्री (37) की शिकायत में पाया गया कि उन्हें किसी ने फोन कर खुद को रिजर्व बैंक का अधिकारी बताया. फोन करनेवाले ने प्रशांत को कहा कि उसने दो करोड़ 60 लाख रुपये की लॉटरी जीत ली है. लिहाजा यह रुपये अकाउंट में ट्रांसफर करवाने के लिए उसे प्रोसेसिंग चार्ज के रूप में कुछ रुपये देने होंगे. इस झांसे में आकर प्रशांत ने किस्तों में कुल एक लाख 78 हजार रुपये फोन करनेवाले के अकाउंट में डाल दिये. उसने ऐसा मोटी रकम (दो करोड़ 60 लाख) मिलने के लालच में किया. फिर ना उसे लॉटरी के रुपये मिले और ना ही उसके रुपये वापस मिले.
घटना-2:
गरफा इलाके के एमजी रोड की रहनेवाली अर्पिता मोनी (20) ने सर्वे पार्क थाने की पुलिस बताया कि उसने एक आॅनलाइन साइट पर कुछ खरीदारी की थी. इसके कुछ महीने बाद उसके मोबाइल फोन में किसी अज्ञात नंबर से फोन आया. फोन करनेवाले ने उससे कहा कि उस ऑनलाइन साइट में खरीदारी करने के बदले उसने एक लकी ड्रा जीता है. उसे 14 लाख 80 हजार रुपये की एक कीमती कार उपहार के तौर पर दी जायेगी. इस कार को छुड़वाने के बहाने उससे किस्तों में 40 हजार रुपये बैंक अकाउंट में जमा करवा लिया, लेकिन समय बीतने के साथ ना तो कार मिली और ना ही रुपये.
घटना- 3 :
मोचीपाड़ा के रहनेवाले सुमनजीत चक्रवर्ती (26) ने ठगबाज गिरोह में फंस कर 74 हजार 689 रुपये गंवा दिये. इसका आभास होने के बाद मोचीपाड़ा थाने में उसने इसकी शिकायत दर्ज करायी. सुमनजीत चक्रवर्ती ने बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने सरकारी बैंक का अधिकारी बता कर फोन किया. उसने कहा कि बैंक की तरफ से ग्राहकों के अकाउंट अपडेट किये जा रहे हैं. इस अपडेट के बाद ग्राहकों को जीएसटी की दर से ब्याज व अन्य बैंकिंग सुविधाएं मिलेंगी. उसने झांसे में आकर अपने बैंक अकाउंट की सारी जानकारी फोन करनेवाले को बता दी. इसके बाद उसके बैंक अकाउंट से 15 ट्रांजेक्शन के जरिये कुल 74 हजार 689 रुपये निकाल लिये गये.
घटना-4 :
इसी तरह की एक शिकायत मोचीपाड़ा इलाके के निवासी गौतम गायन (26) ने थाने में दर्ज करायी. उसने बताया कि एक प्रसिद्ध मोबाइल कंपनी का डिजिटल टावर घर के छत पर लगा कर 30 से 35 हजार रुपये महीने में आय का विज्ञापन देख कर उन्होंने वहां दिये गये मोबाइल नंबर पर संपर्क किया. वहां उसे आवेदन शुल्क व अन्य चार्ज के नाम पर एक लाख 10 हजार 700 रुपये ठग लिये. इसके बाद और रुपये जमा कराने को कहने पर उसे ठगी का आभास हुआ. इसके बाद उसने थाने में शिकायत दर्ज करायी.
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (5) सह संयुक्त आयुक्त (अपराध) विशाल गर्ग ने बताया कि आम जनता अगर थोड़ा सतर्क रहे तो इस तरह की ठगी के शिकार होने से बच सकते हैं. किसी भी बैंक की तरफ से ग्राहक को कभी फोन करने खाते या पिन की जानकारी नहीं मांगी जाती. कोई भी बैंक की समस्या होने पर बैंक जाकर संपर्क करें. किसी भी फोन करनेवाले को अकाउंट की जानकारी ना दें. महानगर के सभी थाने की पुलिस को अपने इलाके में लोगों को इस संबंध में जागरूक करने को कहा गया है.