धोखाधड़ी करनेवाले गिरोह का भंडाफोड़

कोलकाता. विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट की साइबर क्राइम पुलिस ने आइटी सॉलुशन प्रदान करने के नाम पर धोखाधड़ी करनेवाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों ने साल्टलेक सेक्टर फाइव में बिजनेस सॉलुशंस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक कार्यालय खोला था और तकनीकी सपोर्ट देने के नाम पर यूएसए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2017 10:31 AM
कोलकाता. विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट की साइबर क्राइम पुलिस ने आइटी सॉलुशन प्रदान करने के नाम पर धोखाधड़ी करनेवाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों ने साल्टलेक सेक्टर फाइव में बिजनेस सॉलुशंस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक कार्यालय खोला था और तकनीकी सपोर्ट देने के नाम पर यूएसए व अन्य देशों के रहनेवाले लोगों के साथ धोखाधड़ी करते थे. इन आरोपियों के नाम विकास कुमार गुप्ता (30), रफी अहमद दिदोई उर्फ डेनियल (28), अरिजीत दास (27), शेख किजाब सुलतान अहमद (25) व शेख आतिक (30) बताया गया है.

इनमें से विकास कुमार गुप्ता उक्त कंपनी का निदेशक है. इस संबंध में विधाननगर के साइबर क्राइम थाने के प्रभारी बिदित मंडल ने बताया कि उन्हें इस प्रकार की धोखाधड़‍ी होने के संबंध में गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर पुलिस ने इनके कार्यालय में छापामारी अभियान चला कर इन आरोपियों को गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि इनके पास कंपनी के पंजीकरण का कोई दस्तावेज नहीं था और टेलीकम्यूनिकेशन कंपनी की अनुमति के बिना यह कारोबार कर रहे थे. प्राथमिक जानकारी के अनुसार, इन लोगों ने यूएसए के कई लोगों को टेक सपोर्ट के नाम पर चूना लगाया है और कम से कम 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है. पुलिस ने इनके पास से कई भारतीय बैंक के एकाउंट के खाते, 10 हजार रुपये नकद, कई कंप्यूटर, फोन इत्यादि जब्त किये हैं. इन सभी आरोपियों को पुलिस द्वारा गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जायेगा और पुलिस हिरासत की मांग की जायेगी.

नारद स्टिंग कांड: सौगत राय ने सीबीआइ को सौंपे कई कागजात
नारद स्टिंग कांड की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ की नोटिस के बाद तृणमूल सांसद सौगत राय बुधवार सुबह निजाम पैलेस में स्थित सीबीआइ दफ्तर पहुंचे थे. बुधवार सुबह तकरीबन 10.30 बजे के करीब वे कई कागजात के साथ सीबीआइ दफ्तर आये थे. उनसे उन कागजातों को लेने के बाद विभिन्न सवालों के बारे में पूछताछ हुई.

Next Article

Exit mobile version