दार्जिलिंग: दार्जिलिंग पहाड़ियों के प्रशासक मंडल के प्रमुख और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के निष्कासित नेता बिनय तमांग ने केंद्रीय मंत्री एस एस आहलूवालिया और पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष से पहाड़ी क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले गोरखालैंड मुद्दे पर अपना रुख साफ करने को कहा. दार्जिलिंग के भाजपा सांसद आहलूवालिया और घोष कल से दार्जिलिंग और पड़ोसी राज्य सिक्किम का दौरा करने वाले हैं और इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं एवं जीजेएम नेतृत्व के साथ बैठक करेंगे.
जीजेएम प्रमुख बिमल गुरुंग के एक समय करीबी रहे तमांग ने कहा, किसी को भी पहाड़ियों की सामान्य स्थिति को प्रभावित करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा, हमने पूर्व में दार्जिलिंग से लोकसभा चुनाव जीतने में भाजपा की मदद की थी. हम पहाड़ियों में अशांति फैलाने वाली किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं करेंगे. पश्चिम बंगाल सरकार ने 20 सितंबर को प्रशासक मंडल के गठन की घोषणा की थी और बिनय तमांग को उसका प्रमुख नियुक्त किया. प्रशासक मंडल ने गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) की जगह ली.
जीजेएम ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अपील पर पिछले हफ्ते अनिश्चितकालीन बंद वापस ले लिया था. यह हड़ताल 104 दिनों तक चली. दार्जिलिंग पहाड़ियों में अलग गोरखालैंड राज्य के गठन की मांग को लेकर बंद आहूत किया गया था.