सिलीगुड़ी: पत्रकारिता की धौंस दिखाकर अवैध उगाही का मामला सामने आया है. पीड़ित डॉक्टर की प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने दो फर्जी पत्रकारों को गिरफ्तार किया है. अदालत ने दोनों आरोपियों को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर सौंप दिया है. यह घटना सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट के प्रधान नगर थाना क्षेत्र की है. दोनों फर्जी पत्रकारों का नाम राम गोपाल वर्मा व अंकिता वर्मा बताया गया है.
प्रधान नगर थाने की पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की है. संदेह है कि ये दोनों किसी बड़े गैंग के मोहरे भर हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. पिछले कई दिनों से ये शहर के प्रधान नगर स्थित एक होटल में डेरा जमाये हुए थे. दोनों के बीच में जीजा और साली का रिश्ता है. पुलिस इनके कॉल रिकार्ड को खंगाल रही है. सूत्रों ने बताया कि डॉक्टर विश्वजीत दे के साथ उन्होंने एक विशेष खबर के लिए बातचीत करने के बहाने संपर्क किया. आमने-सामने होने पर इन दोनों ने पत्रकारों की भांति ही डॉक्टर से प्रश्न किये.
डेंगू को लेकर शहर की मौजूदा परिस्थिति, चिकित्सा व्यवस्था, डेंगू के लक्षण, बचाव के उपाय आदि पर बातचीत हुई. इसके बाद दोनों ने अच्छी चिकित्सा परिसेवा न देने, मरीजों से रुपया ठगने आदि का आरोप लगाकर डॉक्टर को डराने की कोशिश की. खिलाफ में खबर का प्रकाशन रोकने के लिए इन दोनों ने डॉक्टर से बीस लाख रुपए की मांग की. इनकार करने पर दोनों उन्हें फोन कर धमकाने लगे.