बदहाल एनएच को लेकर पीडब्ल्यूडी से नाराजगी

बारिश में भू-स्खलन के चलते जगह-जगह टूटी है सड़क कालिम्पोंग : सिलीगुड़ी से कालिम्पोंग और सिक्किम को जोड़नेवाले राष्ट्रीय राजमार्ग 10 की बदहाली को लेकर लोगों में पश्चिम बंगाल के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के खिलाफ गुस्सा है. सड़क की बदहाली के चलते राजमार्ग के दोनों किनारे बसे लोग को भारी मुसीबत का सामना करना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 21, 2017 4:19 AM

बारिश में भू-स्खलन के चलते जगह-जगह टूटी है सड़क

कालिम्पोंग : सिलीगुड़ी से कालिम्पोंग और सिक्किम को जोड़नेवाले राष्ट्रीय राजमार्ग 10 की बदहाली को लेकर लोगों में पश्चिम बंगाल के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के खिलाफ गुस्सा है. सड़क की बदहाली के चलते राजमार्ग के दोनों किनारे बसे लोग को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा सिक्किम और कालिम्पोंग की यात्रा करनेवाले लोग भी सड़क की बदहाली से परेशान हैं. पुराने दिनों में इस राजमार्ग का रखरखाव करने के लिए एक अलग संस्था थी, तब यह सड़क बेहतर हुआ करती थी. लेकिन अब इस राजमार्ग की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी के पास है, जो ठीक से सड़क कर रखरखाव नहीं कर पा रहा है.
स्थानीय लोगों को कहना है कि जब से राष्ट्रीय राजमार्ग 10 के रखरखाव का हस्तांतरण पीडब्ल्यूडी को किया गया है, काफी समस्या झेलनी पड़ रही है. पश्चिम बंगाल में इस राजमार्ग का 52 किलोमीटर हिस्सा पड़ता है. इसमें करीब सात किलोमीटर रास्ता कर्सियांग महकमा और 45 किलोमीटर रास्ता कालिम्पोंग में पड़ता है. बंगाल में राजमार्ग 10 यहां के बागपुल से बंगाल-सिक्किम सीमा के रंफू तक है. बागपुल से तीस्ता तक का करीब पांच किलोमीटर का रास्ता इतना जर्जर की यात्री हिचकोले खाते हुए यात्रा करते हैं. इसके चलते दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है. विभिन्न जगहों में भूस्खलन के कारण राजमार्ग की चौड़ाई कम हो गयी है जिससे जाम लगा रहता है.
इस राजमार्ग के पुराने वाहन चालकों का कहना है कि जब से हाइवे से ग्रेफ कम्पनी को हटाकर पीडब्ल्यूडी को काम दिया गया है, सड़क का हाल बुरा है. ग्रेफ कम्पनी के पास कई कर्मचारी थे जो गड्ढे होने पर उसकी मरम्मत करते थे. पर अब कर्मचारियों के दर्शन तक नहीं हो रहे. रम्बी में लाइन होटल चलानेवाले भी सड़क की बदहाली से परेशान हैं. वे भी इसके लिए पीडब्ल्यूडी को जिम्मेदार मानते हैं. उनका कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग बैलगाड़ी मार्ग में बदल गया है.
भसुवा, रवीझोड़ा, सिताराम झोड़ा, सेतीझोड़ा, लोहा पुल, रम्बी, 27 माइल, 29 माइल, गेलखोला, लिखुभिर आदि जगहों पर सड़क बेहद खराब हाल में है. सभी जगह से राजमार्ग ठीक करने की मांग उठ रही है. कई जगह कल्वर्ट का निर्माण शुरू हुआ था, लेकिन यह काम अभी अधूरा है. नाली निर्माण का काम भी आधा-अधूरा ही है.
इस बारे में पीडब्ल्यूडी का कहना है कि मरम्मत कार्य के लिए कई महीने पहले टेंडर हो चुका था. बेमियादी पहाड़ बंद के कारण काम शुरू करने में मुश्किल हो रही थी. जल्द ही काम शुरू किया जायेगा.

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