भाजपा अमीरों के बारे में सोचती है
भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए राहुल ने कहा कि भाजपा सांप्रदायिक पार्टी है. भाजपा अमीरों के लिए सोचती है गरीबों के लिए नहीं. यूपीए सरकार ने अल्पसंख्यकों के लिए अलग से दफ्तर बनाया है. लाखों विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप देने की व्यवस्था की गयी है. राहुल ने कहा कि मालदा का आम, रेशम, पाट, लिची प्रसिद्ध है, लेकिन यहां बड़े उद्योग लगाने के प्रति सरकार ने कोई पहल नहीं की है. आप लोग जो कपड़े,जूते पहन रहे हैं उस पर लिखा रहता है कि मेड इन चायना. मैं चाहता हूं कि उनपर लिखा रहे मेड इन इंडिया, मेड इन मालदा.
यहां के उद्योगपतियों को उद्योग के लिए जमीन दी जायेगी. उत्तर मालदा की उम्मीदवार मौसम नूर को पास में खड़ा कर राहुल ने कहा कि केंद्र ने मालदा के विकास के लिए 33 करोड़ रुपये आवंटित किये थे. जिससे रेलवे ट्रैक, ओवर ब्रीज, फुट ब्रीज, कंक्रीट पुल आदि तैयार हुआ है. उत्तर मालदा में एक हजार 500 किलोमीटर तक प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना का काम हुआ है. 131 छोटे-बड़े पुल तैयार हुए है. जिसके लिए केंद्र ने 290 करोड़ रुपये दिये हैं.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा-सारधा घोटाले में शामिल लोगों को बचा रही है ममता सरकार
मालदा : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने राज्य सरकार पर इस घोटाले में शामिल लोगों पर कार्रवाई नहीं करने और उन्हें बचाने का प्रयास करने का आरोप लगाया.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मालदा जिले के शम्सी कॉलेज मैदान में एक चुनावी जनसभा में कहा, ‘यहां की सरकार ने दो साल में कुछ नहीं किया. (घोटाले से) दो लाख लोग प्रभावित हुए. सेबी और प्रवर्तन निदेशालय ने उनसे कार्रवाई करने को कहा लेकिन ममता बनर्जी की सरकार जो कहती है कि यह गरीबों की सरकार है, वह कोई कार्रवाई नहीं कर रही.
वहीं दूसरी ओर, वे उन्हें बचाने का प्रयास कर रहे हैं.’ उन्होंने सवाल किया, ‘पश्चिम बंगाल में बड़े घोटाले हो रहे हैं. सारधा घोटाला चल रहा है. क्या आप इस बारे में जानते हैं?’ राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में एक प्राथमिक स्कूल शिक्षक घोटाला हुआ है जिससे 35 हजार शिक्षक प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा कि दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा.
तृणमूल के लोग नौकरी पा रहे हैं लेकिन सही लोगों को नौकरी नहीं मिल रही. राहुल ने राज्य में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक लागू नहीं करने पर तृणमूल सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा, ‘ममता जी की सरकार ने यहां इसे लागू नहीं किया.’ राहुल ने कहा कि सरकार रोजगार, मनरेगा और खाद्य सुरक्षा कानून के बारे में बात नहीं करती. उन्होंने आरोप लगाया, ‘बड़े-बड़े भाषण होते हैं मगर गरीबों का काम नहीं होता है.’ राहुल ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर भी तृणमूल सरकार की निंदा की और कहा कि पश्चिम बंगाल दुष्कर्म और महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों में शीर्ष पर है.
सुबह 10 बजे से ही चांचल महकमा के रतुआ एक नंबर ब्लॉक के शम्सी ग्राम पंचायत के शम्सी कॉलेज मैदान में राहुल की जनसभा में लोग बड़ी संख्या में जुटे. मंच के चारों ओर सोनिया, राहुल, गनीखान चौधरी और प्रियरंजन दासमुंशी के 20-25 फीट ऊंचे कटआउट लगाये गये थे. तेज धूप के चलते दो महिला पुलिसकर्मियों सहित कई लोग अस्वस्थ हो गये. भीड़ संभालने में ग्रामीण पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. दोपहर दो बज कर 10 मिनट पर राहुल का हेलीकॉप्टर आसमान में चक्कर काटने लगा. हेलीकॉप्टर देखते ही सभास्थल पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. भीड़ संभालने के लिए पुलिस व राहुल की सुरक्षा में लगे कर्मचारियों के पसीने छूट गये.
दो बज कर 25 मिनट पर राहुल का काफिला मंच की ओर आया. मंच पर चढ़ने से पहले राहुल ने जिला कांग्रेस नेताओं के साथ बातचीत की. मंच पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी और उत्तर मालदा की कांग्रेस उम्मीदवार मौसम नूर मौजूद थीं. मंच से दो बज कर 37 मिनट से तीन बज कर 23 मिनट तक कांग्रेस उपाध्यक्ष ने अपनी बातें रखीं.
उन्होंने कहा कि 2014 में अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो 33 प्रतिशत महिलाओं के लिए लोकसभा व विधानसभा में सीट आरक्षित की जायेगी. पश्चिम बंगाल समेत देश भर में दो हजार महिला थानों का निर्माण किया जायेगा. पुलिस फोर्स में 25 प्रतिशत महिलाओं की बहाली होगी. सिर्फ यही नहीं बैंक में भी महिलाओं के लिए लोन की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी.
ताकि महिलाएं कोई व्यवसाय कर आत्मनिर्भर बन सकें. ममता बनर्जी सरकार की आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि तृणमूल सरकार ने अपने पंसद के लोगों को टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (टेट) पास करा कर नौकरी दी है. गरीब लोगों के लिए यूपीए सरकार रुपये दे रही है, लेकिन तृणमूल सरकार कह रही हैं कि उन्हें रुपये नहीं मिल रहे हैं.पिछले 10 सालों तक हमने गरीबों की सरकार चलायी है. इसबार अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो गरीब लोग बिना छत के नहीं रहेंगे. कोई गरीब सरकारी चिकित्सा से वंचित नहीं होगा. यूपीए सरकार नि:शुल्क दवाई व इलाज का बंदोबस्त करेगी.