स्कूल की वेबसाइट पर सार्वजनिक करनी होगी अपनी फी
आसनसोल : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसइ) से संबद्ध स्कूलों में फी बढ़ोतरी पर लगाम लगाने की पहल की गयी है. बोर्ड ने सभी स्कूलों को एक सकरुलर भेजा है. सकरुलर में कहा गया कि वे स्कूल में बच्चों से कितनी फी ले रहे हैं और इस साल फी के रूप में कितने रुपये […]
आसनसोल : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसइ) से संबद्ध स्कूलों में फी बढ़ोतरी पर लगाम लगाने की पहल की गयी है. बोर्ड ने सभी स्कूलों को एक सकरुलर भेजा है. सकरुलर में कहा गया कि वे स्कूल में बच्चों से कितनी फी ले रहे हैं और इस साल फी के रूप में कितने रुपये की बढ़ोतरी की गयी है. उक्त सभी जानकारी को स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड करें.
शिक्षकों की शैक्षणिक योग्यता और किस क्लास में किस किताब से बच्चों को पढ़ाई करायी जा रही है, की भी जानकारी वेबसाइट पर जारी करें. गौरतलब है कि पिछले साल ही बोर्ड ने सारे स्कूलों को अपनी बेवसाइट बनाने का आदेश दिया था ताकि बच्चे, अभिभावक के साथ-साथ बोर्ड भी स्कूल पर नजर रख सके. आदेश के बाद स्कूल भी फी समेत अन्य राशि को वेबसाइट पर सार्वजनिक करने की तैयारी कर रहे हैं. एनसीइआरटी की किताबों से ही पढ़ाने का आदेश जारी किया गया है.
बोर्ड के अनुसार सीबीएसइ स्कूलों में एनसीइआरटी की किताबों से ही पढ़ाई करायी जानी चाहिए. लेकिन अधिसंख्य स्कूलों में इस आदेश की अवहेलना की जाती है. एनसीइआरटी के बजाये उससे मिलते-जुलते निजी प्रकाशकों की किताबों से पढ़ाई करायी जाती है. लेकिन इस पर रोक लगाने का भी आदेश दिया गया है.आदेश के बाद भी निजी प्रकाशकों की किताब लागू करने के पीछे कारण है कि निजी प्रकाशकों की ओर से स्कूल प्रबंधन को कई तरह से उपकृत किया जाता है.
यह आरोप अभिभावकों के साथ-साथ शिक्षाविदों की ओर से अक्सर लगाये जाते रहें हैं. स्कूल की वेबसाइट पर फीस की जानकारी देनी है. इससे अभिभावक के साथ सभी लोग स्कूल के फी से अवगत हो सकेंगे.