उन्होंने बताया कि आरोपियों को 14 दिन के लिए रिमांड पर लिया गया है. पुलिस टीम इन्हें लेकर सिंगूर थाना क्षेत्र स्थित नोवापाड़ा इलाके में गयी. इनकी निशानदेही पर एक केला बागान से हथियार बरामद किये गये. हथियारों को एक थैला में भरकर जमीन में गाड़ा गया था. बरामद हथियारों में 6 आग्नेयास्त्र है, एक 7 एमएम का ऑटोमैटिक पिस्तौल , 7 एमएम मैगजीन के 8 लाइव कार्टेज, छह सिंगल शटर, दो फायर कार्टेज बरामद हुए. इसके बाद आरोपियों को विद्युत पल्ली ले जाया गया.
वहां से वारदात के बाद भागने में इस्तेमाल की गयी दो स्कूटी बरामद हुई. इनमें से एक स्कूटी ऐश कलर की और दूसरी सफेद रंग की है. बिना नंबर प्लेट वाली स्कूटी रतन चौधरी की है, जबकि दूसरी देबू दास की. आरोपियों ने बताया कि मनोज की हत्या करने के बाद सभी दोनों स्कूटी पर सवार होकर मानकुंडू के रास्ते नोवापाड़ा स्थित केला बागान पहुंचे. वहां हथियारों को एक बैग में डालकर जमीन में गाड़ दिया. वहां से विद्युतपल्ली पहुंचे और एक घर में दोनों स्कूटी को रख दिया. वहां से सभी किराये की एक कार से बर्दवान स्टेशन पहुंचे. वहां से आसनसोल गये. फिर ट्रेन से पटना पहुंचे और एक रात वहां रहे. वहां से मुगलसराय होते हुए वाराणसी पहुंचे. वाराणसी के एक लॉज से पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया.