चिटफंड पीड़ितों पर तृणमूल समर्थकों ने भाजीं लाठियां
कोलकाता: चिटफंड कंपनियों में जमा गयी अपनी राशि को वापस करने की मांग को लेकर आंदोलनकारी निवेशकों को सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों का गुस्सा ङोलना पड़ा. चिटफंड सरफर्स एसोसिएशन द्वारा शुक्रवार को राज्य भर में रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया गया था. इस दौरान गरिया इलाके में बड़ा हंगामा हो गया. तय कार्यक्रम […]
कोलकाता: चिटफंड कंपनियों में जमा गयी अपनी राशि को वापस करने की मांग को लेकर आंदोलनकारी निवेशकों को सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों का गुस्सा ङोलना पड़ा. चिटफंड सरफर्स एसोसिएशन द्वारा शुक्रवार को राज्य भर में रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया गया था. इस दौरान गरिया इलाके में बड़ा हंगामा हो गया. तय कार्यक्रम के तहत शुक्रवार सुबह 7.30 बजे के करीब आंदोलनकारियों ने गरिया व नरेंद्रपुर के बीच रेल सेवाएं रोक दीं. इस कारण ट्रेन सेवा बुरी तरह से प्रभावित हुई.
10 घायल, दो लापता
उधर इसकी जानकारी मिलते ही कुछ तृणमूल समर्थित युवकों ने लाठी लेकर प्रदर्शनकारियों पर हमला बोल दिया. एक-एक कर प्रदर्शन कर रहे सभी जमाकर्ताओं पर लाठियां भाजीं गयीं. इस घटना में 10 से ज्यादा जमाकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गये, जबकि दो लापता भी हो गये. इनमें से एक विजय सांपुई को एक स्थानीय तालाब के पास से दोपहर को घायल हालत में पाया गया. वहीं, कलम नामक एक अन्य जमाकर्ता का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है.
तृणमूल पार्षद पर आरोप
घायल जमाकताओं का आरोप है कि इलाके के वार्ड नंबर दो के पार्षद विभाष मुखोपाध्याय के समर्थन में युवकों ने उन पर हमला किया. इस दौरान स्थानीय तृणमूल नेता सुब्रत मंडल भी हमले का नेतृत्व कर रहे थे. उनके निर्देश पर ही निदरेष जमाकर्ताओं पर लाठियां चटकायी गयीं.
आरोप है कि पुलिस भी उन्हें बचाने नहीं आयी.
आयोग का चेक बाउंस
उनका आरोप था कि सारधा कांड की जांच कर रही श्यामल सेन कमेटी से मिले चेक बाउंस हो रहे हैं. लिहाजा फिर से रुपये वापस देने के नाम पर उन्हें ठगा गया. उन्होंने अपनी जमा राशि के साथ-साथ चिटफंड मामले के दोषियों को कड़ी सजा देने की भी मांग की.
गौरतलब है कि राज्यभर में चिटफंड कंपनियों द्वारा ठगी का शिकार हुए जमाकर्ताओं द्वारा गठित चिटफंड सरफर्स एसोसिएशन द्वारा शुक्रवार को राज्यभर में रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया गया था. इसी के तहत पूरे राज्य भर में सुबह 7.30 बजे से रेल रोको आंदोलन किया जा रहा था, जिस दौरान गरिया स्टेशन के करीब यह घटना घटी. पूरे मामले के बाद घायलों व जमाकर्ताओं के तरफ से तृणमूल समर्थकों के खिलाफ सोनारपुर थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी गयी. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
हावड़ा-खड़गपुर सेक्शन में रेल अवरोध : दक्षिण-पूर्व रेलवे के हावड़ा-खड़गपुर सेक्शन में ट्रेन परिसेवा उस वक्त बाधित हो गयी, जब मौरीग्राम स्टेशन पर कुछ लोगों ने सुबह 7.55 बजे से सभी लाइनों पर अवरोध शुरू कर दिया. स्थानीय पुलिस व जीआरपी व आरपीएफ के जवान मौके पर पहुंचे. अवरोध की वजह से कई मेल व एक्सप्रेस ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी रहीं. इनमें 12896 पुरी-हावड़ा एक्सप्रेस 20 मिनट तक, 12151 एलटीटी-हावड़ा समरसता एक्सप्रेस 45 मिनट तक, 12885 शालीमार भोजुडीह अरण्यक एक्सप्रेस 45 मिनट तक व 12262 हावड़ा-मुंबई सीएसटी दुरंतो एक्सप्रेस 20 मिनट तक विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी रहीं. चार इएमयू लोकल ट्रेनें (दो अप व दो डाउन) को रद्द करनी पड़ीं. 14 इएमयू लोकल ट्रेनें (पांच अप व नौ डाउन) देर से चलीं. सामान्य ट्रेन परिसेवा सुबह 8.38 बजे से सामान्य हो सकीं.
सियालदह-बनगांव सेक्शन में भी अवरोध
नाराज निवेशकों ने सियालदह-बनगांव रेल सेक्शन में रेल अवरोध किया. सियालदह सेक्शन में चांदपाड़ा, हाबरा, अशोक नगर और बीड़ा स्टेशन पर रेल अवरोध किया गया. रेल अवरोध एक घंटे तक चला. यह अवरोध सुबह 7.30 से 8.30 बजे के बीच किया गया. रेल सूत्रों के मुताबिक, रेल अवरोध की वजह से 19 लोकल ट्रेनों को रद्द करना पड़ा.
मालिया में रेल अवरोध : हरिपाल के मालिया रेलवे स्टेशन पर सारधा चिटफंड कांड के पीड़ितों ने रेल अवरोध किया. अवरोध शुक्रवार की सुबह लगभग पौने आठ बजे शुरू हुआ, जो 15 मिनट तक चला. पीड़ितों ने चिटफंड की रकम लौटाये जाने की मांग की है. कामारकुंडू जीआरपी के हस्तक्षेप के बाद रेल सेवा सामान्य हो पायी.