मालदा : छह बेटों ने की वृद्ध मां को जला कर मारने की कोशिश
संपत्ति हथियाने की सभी ने रची थी साजिश सभी के खिलाफ थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी सभी आरोपियों की तलाश में जुटी माणिकचक थाना पुलिस मालदा : कहते हैं, जाको राखे साईयां मार सके न कोय. यह उक्ति उस समय चरितार्थ हुई जब छह जवान बेटों ने अपनी वृद्ध मां को केरोसिन तेल उड़ेल […]
संपत्ति हथियाने की सभी ने रची थी साजिश
सभी के खिलाफ थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी
सभी आरोपियों की तलाश में जुटी माणिकचक थाना पुलिस
मालदा : कहते हैं, जाको राखे साईयां मार सके न कोय. यह उक्ति उस समय चरितार्थ हुई जब छह जवान बेटों ने अपनी वृद्ध मां को केरोसिन तेल उड़ेल कर जलाकर मारना चाहा. लेकिन शायद वृद्धा को जीवित रहना था. इसलिये माचिस की डिबिया संयोग से केरोसिन तेल के कनस्तर में गिर गयी जिससे भींग जाने से आग नहीं जल सकी. इसी बीच वृद्धा नींद से जागी तो माजरा समझकर वह जल्दी से वहां से भाग निकली. अस्वस्थ हालत में पड़ोसियों ने पार्वती सरकार (70) को मालदा मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में भर्ती कराया है.
यह दिल को दहलाने वाली घटना मानिकचक थानांतर्गत गोविंदपुर गांव में घटी है. पीड़िता ने अपने सभी छह बेटों के खिलाफ हत्या के मामले दर्ज कराये हैं.
वहीं, पुलिस आरोपी बेटों की तलाश में जुट गयी है. पुलिस सूत्र के अनुसार इसके पूर्व भी आरोपियों ने तकिया से गला दबाकर वृद्धा की हत्या करने की कोशिश की थी. हालांकि उस समय भी संयोगवश वह बच गयी. यही वजह है कि पुलिस इस मामले में संवेदनशीलता के साथ जांच कर रही है.
वृद्धा ने आरोप लगाया है कि रात के अंधेरे में एक बेटे के हाथ से माचिस की डिबिया केरोसिन में गिर गयी जिससे आग नहीं जल सकी. उसी दौरान उन्होंने वहां से भागकर अपनी जान बचायी. पुलिस सूत्र के अनुसार नयन, नृपेन, श्यामल, सुकमल, सुनील और पिन्कू सरकार के खिलाफ उनकी मां ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराया है. इसके पहले भी फरवरी 2017 में उनकी दर्ज शिकायत के अनुसार छह बेटों ने बालिश से गला दबाकर उनकी हत्या की चेष्टा की थी. पार्वती देवी ने बताया कि उनके नाम से 95 छटांक जमीन है जिसका खतियान संख्या है 617. कई साल पूर्व ही उनके पति क्षीतीश सरकार का देहांत हो गया.
उसके बाद से ही उनकी हालत बेहद तकलीफ और असुरक्षा में बीत रही है. उनके सभी बेटे गांव में ही अलग अलग घरों में रहते हैं. पति के गुजरने के बाद से ही बेटे उनकी संपत्ति हथियाने की फिराक में हैं. वृद्धा ने बताया कि दो एक साल पूर्व बेटों ने एक मुहर्रिर को बुलाकर उनके अंगूठे के निशान किसी तरह ले लिये. उसके बाद उन्होंने संपत्ति दानपत्र के जरिये लिखा लिये. लेकिन उन्होंने बीएलआरओ की ऑफिस में जाकर शिकायत दर्ज करायी. उसके बाद ही वह दानपत्र रद हो गया.
उसके बाद से ही उनके बेटे उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं. मंगलवार की रात को सभी बेटे उनके कमरे में घुस आये और उनके बदन पर केरोसिन तेल उड़ेल दिया. लेकिन डिबिया तेल में भींग जाने से आग नहीं लगी और उसी बीच वह भाग कर निकल आयीं. चिकित्सकों के अनुसार वृद्धा उम्रजनित रोग से ग्रस्त हैं.