मुथूट डकैती : बिहार से लौटी सीआइडी की टीम
मनीष सहित कोई भी सहयोगी हाथ नहीं लगा लगातार छापेमारी के बाद भी गिरफ्तारी के समय बरामद स्वर्ण आभूषण लेकर लौटे है जांच अधिकारी रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद आसनसोल महकमा कोर्ट में पेशी आज हावड़ा कमीश्नरेट पुलिस प्रोडक्शन वारंट पेश कर मांगेगी ट्रांजिट रिमांड इनकी आसनसोल : वित्तीय संस्थान मुथूट फाइनेंस की आसनसोल […]
मनीष सहित कोई भी सहयोगी हाथ नहीं लगा लगातार छापेमारी के बाद भी
गिरफ्तारी के समय बरामद स्वर्ण आभूषण लेकर लौटे है जांच अधिकारी
रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद आसनसोल महकमा कोर्ट में पेशी आज
हावड़ा कमीश्नरेट पुलिस प्रोडक्शन वारंट पेश कर मांगेगी ट्रांजिट रिमांड इनकी
आसनसोल : वित्तीय संस्थान मुथूट फाइनेंस की आसनसोल कोर्ट मोड शाखा डकैती कांड में 14 दिन की सीआईडी रिमांड में मौजूद तीन आरोपी ठाकुर नवरंग कुमार सिंह, राजीब सिंह उर्फ पुल्लू और शशांक सिंह को साथ लेकर सीआईडी के अधिकारियों ने बिहार में विभिन्न शहरों तथा इनके सहयोगियों के ठिकानों पर लगातार छापेमारी की. लेकिन इनके मुख्य सहयोगी मनीष सिंह सहित किसी को भी गिरफ्तार करने में सफलता नहीं मिली. सीआईडी टीम इन्हें लेकर वापस आसनसोल लौट आयी.
रिमांड अवधि पूरा होने पर इन्हें गुरुवार को आसनसोल महकमा कोर्ट के एसीजेएम के समक्ष पेश किया जायेगा. इधर इसी तरह के लूट के मामले में हावड़ा कमीश्नरेट पुलिस की टीम गुरुवार को एसीजेएम कोर्ट में इन तीनों के लिए प्रोडक्शन रिमांड की मांग करेगी. दूसरीओर इस गिरोह के सरगना सुबोधकांत सिंह के अभी सीआईडी को मिलने के आसार कम है. उसकी रिमांड अवधि नौ फरवरी को समाप्त हो रही है. लेकिन जयपुर थाना पुलिस उसे तीन नये मामलों में रिमांड पर लेने की तैयारी में जुटी है.
आधार पर आसनसोल अदालत में पेश करने के बाद मामले के जांच अधिकारी सीआईडी के अवर निरीक्षक अरजिीत भट्टाचार्या ने आरोपियों के 14 दिन की पुलिस कस्टडी की अपील की थी. जिसे अदालत ने मंजूर किया. जिसके उपरांत आरोपियों को एक रात के लिए हीरापुर थाना में रखा गया था. अगले दिन सुबह ही सीआईडी आरोपियों को अपने साथ लेकर चली गयी. आठ दिनों से पूछताछ के बाद इनसे मिली जानकारी के आधार पर मामले में साक्ष्य को मजबूत करने के लिए अन्य कुछ सबूतों की तलाश में आरोपियों को लेकर सीआईडी की टीम बीते शनिवार बिहार रवाना हो गयी. बिहार जाने के क्र म में शुक्र वार रात को आरोपियों को लेकर हीरापुर थाना में आई थी.
सूत्नों के अनुसार आरोपियों से पूछताछ में जो बात सामने आई है. उसमें तीनों ने बताया कि मुथूट डकैती कांड को सिर्फ छह लोंगों ने ही मिलकर अंजाम दिया था. कांड का संयोजक पुल्लू सिंह है. हथियार, वाहन, पैसा मुहैया कराने के बाद सभी को पनाह देने का कार्य पुल्लू के जिम्मे था. उनका सहयोगी हाजीपुर का मनीष सिंह है. तीनों आरोपियों ने कुछ की जानकारी के साथ सोना भी मनीष के पास होने की बात कही है. सीआईडी टीम ने पिछले चार दिनों तक बिहार के विभिन्न शहरों तथा इनके संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी की थी.
लेकिन मनीष उनकी पकड़ में नहीं आया. उनके कई सहयोगी भी राज्य से बाहर निकल गये हैं. सीआईडी की टीम इन तीनों की गिरफ्तारी के समय बरामद स्वर्ण आभूषण लेकर आयी है. हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि स्वर्ण आभूषण की मात्र कितनी है. पहले 15.800 किलोग्राम बरामदगी का दावा पुलिस ने किया था.
इधर गुरुवार को इन तीनों को आसनसोल महकमा कोर्ट में पेश किया जाना है. संभवत: सीआईडी अब इनका आगे रिमांड नहीं लेगा. इसके बाद हावड़ा कमीश्नरेट पुलिस की बारी है. उसने इन्हें रिमांड पर लेन ेकी पूरी तैयारी कर ली है. गुरुवार को कोर्ट में प्रोडक्शन वारंट जमा किया जायेगा.