बंगाली व गैर बंगाली को एक साथ देख क्यों जलते हैं मोदी : ममता

कोलकाता: तृणमूल सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर गुरुवार को पलटवार करते हुए कहा कि बंगाल में बंगाली-गैर बंगाली, हिंदू-मुसलिम सभी एक साथ रहते हैं. सभी को एक साथ रहते देख कर उन्हें (मोदी) जलन क्यों होती है. ममता ने टीटागढ़ में बैरकपुर लोकसभा केंद्र से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2014 9:09 AM

कोलकाता: तृणमूल सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर गुरुवार को पलटवार करते हुए कहा कि बंगाल में बंगाली-गैर बंगाली, हिंदू-मुसलिम सभी एक साथ रहते हैं.

सभी को एक साथ रहते देख कर उन्हें (मोदी) जलन क्यों होती है. ममता ने टीटागढ़ में बैरकपुर लोकसभा केंद्र से तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी दिनेश त्रिवेदी के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा में हिंदी भाषियों को लुभाते हुए कहा कि वह खुद छठ पूजा के अवसर पर घाट पर जाती हैं. छठ पूजा के अवसर पर नियंत्रित अवकाश की घोषणा की गयी है. गुजरात में यूपी, बिहार व राजस्थान का कोई विधायक नहीं है, लेकिन बंगाल में यूपी, बिहार, राजस्थान आदि सभी जगहों के लोगों के विधायक व जनप्रतिनिधि हैं. उन्होंने कहा कि यह चुनाव भाजपा के लिए काला चुनाव होगा. मोदी पर हमला बोलते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि गुजरात में महिलाएं व अल्पसंख्यक डरे रहते हैं.

वे लोग कह रहे हैं कि बंगाल के लोगों को बाहर निकाल देंगे. वह बंगाल के लोगों को बाहर निकालने वाले कौन होते हैं. उन्होंने कहा कि किसी की क्षमता नहीं है कि वह यहां के लोगों को बाहर निकाल दे. उन्हें वोट के माध्यम से निकाल दिया जायेगा. वह चाहतीं तो उन्हें(मोदी) कोलकाता में घुसने नहीं देतीं, लेकिन उन्होंने लोकतांत्रिक नियमों को मान कर ऐसा नहीं किया.

लेकिन वह (मोदी) जितना कोलकाता आयेंगे, तृणमूल के वोट बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा, कांग्रेस व माकपा आपस में मिली हुई है. तृणमूल कांग्रेस को वोट दें, वह दिल्ली में बैटिंग करेंगी और भाजपा को बोल्ड ऑउट करेंगी. उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस दिल्ली में सरकार बनायेगी. तृणमूल देश की सबसे बड़ी पार्टी होगी. भाजपा अब लॉस्ट केस है. उन्होंने भाजपा द्वारा संग्रहित मोदी फॉर पीएम फंड पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि यह पूरी तरह से असंवैधानिक, अनैतिक व गैर कानूनी है. कोई भी उम्मीदवार पीएम फंड के नाम से चंदा नहीं उगाह सकता है. तृणमूल कांग्रेस इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेगी.

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