तृणमूल कार्यकर्ताओं के घरों पर हमला, एक वृद्धा घायल
मालदा : मतदान संपन्न होने के बाद तृणमूल कार्यकर्ताओं पर हमले और घर में तोड़फोड़ करने का आरोप वाम-कांग्रेस गठबंधन पर लगा है. सोमवार रात रतुआ थाने की देवीपुर ग्राम पंचायत के बाहारकाप गांव में एक के बाद एक 11 तृणमूल कार्यकर्ताओं के घरों में तोड़फोड़ की गयी. स्थानीय तृणमूल नेतृत्व का आरोप है कि […]
मालदा : मतदान संपन्न होने के बाद तृणमूल कार्यकर्ताओं पर हमले और घर में तोड़फोड़ करने का आरोप वाम-कांग्रेस गठबंधन पर लगा है. सोमवार रात रतुआ थाने की देवीपुर ग्राम पंचायत के बाहारकाप गांव में एक के बाद एक 11 तृणमूल कार्यकर्ताओं के घरों में तोड़फोड़ की गयी.
स्थानीय तृणमूल नेतृत्व का आरोप है कि वाम-कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घरों को तहस-नहस करने के साथ ही वहां मौजूद बुजुर्गों को भी पीटकर मारने का प्रयास किया. एक तृणमूल कार्यकर्ता के परिवार में 60 वर्षीय वृद्धा नूरजहां बेवा के हाथ-पैर तोड़ दिये गये. रात में उन्हें रतुआ ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस घटना के संबंध में पुलिस में 25 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी गयी है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बाहारकाप गांव में मोफिजुद्दीन शेख, तोफिजुद्दीन शेख, रबीउल शेख, रफीकुल शेख समेत 11 तृणमूल कार्यकर्ताओं के घर पर 50-60 हथियारबंद लोगों ने हमला किया. हमले के शिकार लोगों का आरोप है कि हमलावर वाम-कांग्रेस से जुड़े हैं. मतदान के बाद सोमवार रात को जब तृणमूल कार्यकर्ता स्थानीय पार्टी कार्यालय में थे, उसी दौरान उनके घरों पर हमला किया गया.
रतुआ एक नंबर ब्लॉक के तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष फजलुल हक ने बताया कि झारखंड के बदमाशों की मदद से गंठबंधन ने तृणमूल कार्यकर्ताओं के घरों पर हमला कराया. प्राथमिक चिकित्सा के बाद सभी को छुट्टी दे दी गयी. केवल एक वृद्धा का इलाज स्थानीय ग्रामीण अस्पताल में चल रहा है. वहीं दूसरी ओर रतुआ-1 के कांग्रेस अध्यक्ष अब्दुल हामिद और सीपीएम जोनल कमेटी के सचिव जुहुर आलम ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है.