बंगाल से हथियारों के कलपूर्जे की सप्लाई, मुंगेर में फिनिशिंग

कोलकाता : कोलकाता से हथियारों के स्क्रैप व कलपूर्जे दूरगामी बसों व ट्रेन की मदद से बिहार में लेजाकर वहां इसे संपूर्ण हथियार में बदलने व इसकी तस्करी के लिए बिहार का मुंगेर जिला हमेशा से सुर्खियों में आता रहा है. मेड इन मुंगेर हथियार सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि यहां से पड़ोसी देशों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 21, 2018 4:13 AM
कोलकाता : कोलकाता से हथियारों के स्क्रैप व कलपूर्जे दूरगामी बसों व ट्रेन की मदद से बिहार में लेजाकर वहां इसे संपूर्ण हथियार में बदलने व इसकी तस्करी के लिए बिहार का मुंगेर जिला हमेशा से सुर्खियों में आता रहा है. मेड इन मुंगेर हथियार सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि यहां से पड़ोसी देशों में भी सप्लाई किये जाने के सबूत एकाधिक बार जांच एजेशियों को मिले हैं.
लेकिन बदलते समय के साथ अत्याधुनिक हथियारों की बढ़ती मांग को देखते हुए मुंगेर अब 9 एमएम पिस्टल फिनिसिंग सेंटर का हब बन चुका है. पिछले ढाई वर्ष के दौरान मुंगेर पुलिस एवं रेल पुलिस ने लगभग 600 से अधिक 9 एमएम पिस्टल की बॉडी बरामद की है जो कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों से मुंगेर में लाया गया था.
कोलकाता पुलिस के अलावा राज्य पुलिस के सीआइडी की टीम ने इसके पहले उत्तर व दक्षिण 24 परगना के कई जगहों में छापेमारी कर मिनी आर्म्स फैक्टरी का भंडाफोड़ कर चुकी है. पश्चिम बंगाल के कोलकाता, मालदा एवं झारखंड के विभिन्न शहरों में लैथ मशीन पर पिस्टल का बॉडी व बैरल तैयार किया जाता है और मुंगेर के कुशल कारीगर उसे फिनिसिंग टच देते हैं. मुंगेर के अवैध हथियार की मंडी बरदह में बड़े पैमाने पर पिस्टल की बॉडी पहुंचायी जाती है, जिसे दियारा एवं पहाड़ी क्षेत्रों में ले जाकर फिनिसिंग की जा रही है.
फिनिशिंग सेंटर बना मुंगेर
मुंगेर पुलिस ने 19 मई 2018 को राष्ट्रीय उच्च पथ 80 हेरूदियारा के समीप छापेमारी में मुख्य सरगना कासिम बाजार थाना क्षेत्र के हजरतगंज वाड़ा निवासी मो. इरफान सहित चार हथियार तस्करों को वाहन चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया गया. जिसके पास से 80 पिस्टल बॉडी बरामद किया. पूछताछ में उसने बताया कि कोलकाता से पिस्टल बॉडी लेकर मुंगेर आ रहा था. जिसे फिनिसिंग टच यहां दिया जाता. यह कार्य हजरतगंज बाड़ा सहित दियारा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किया जा रहा है.
कारीगरों की कुशलता दे रही बढ़ावा
पुलिस को प्राथमिक जांच में पता चला कि मुंगेर के कारीगर हथियार निर्माण में काफी कुशल हैं. पहले मुंगेर में ही लेथ मशीन पर पिस्टल की बॉडी व बैरल तैयार होता था और यहीं फिनिसिंग भी दिया जाता था. जिसमें समय लगता था. लेकिन पुलिस की शख्ती के कारण कारीगरों की परेशानी बढ़ गयी और हथियार के कारोबार से सफेदपोश लोग जुड़ गये. इसके बाद बॉडी व बैरल पश्चिम बंगाल व झारखंड से लाया जाने लगा.
क्या कहते हैं कोलकाता पुलिस के अधिकारी
इस मामले में कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्हें जहां-जहां से खबरें मिलती है, वे तुरंत हथियारों को खरीदने व इसकी डीलिंग करनेवाले सप्लयरों से सख्ती से निपटते हुए उन्हें गिरफ्तार करते हैं. हाल ही में इच्छापुर राइफल फैक्टरी में बने सरकारी अर्धनिर्मित हथियारों के बेहतर क्वालिटी के स्क्रैप को बिहार के हथियार सप्लायरों को बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए अब इस गिरोह के बिहार से लेकर बंगाल तक आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है. बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए बाहिर व बंगाल में पुलिस छापेमारी कर रही है.
पिछले कुछ वर्षों में मुंगेर में जब्त हुए अर्द्धनिर्मित हथियार
16 जुलाई 2016 : जमालपुर में रोहित कुमार 20 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ गिरफ्तार
17 अगस्त 2016 : हावड़ा-जमालपुर एक्सप्रेस ट्रेन में मो आकिब नामक तस्कर 90 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ गिरफ्तार
16 अक्टूबर 2016 : मुंगेर शहर के पूरबसराय में वाहन चेकिंग के दौरान 32 अर्धनिर्मित हथियार बरामद
17 अक्तूबर 2016 : लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस ट्रेन में अमन कुमार झा 10 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ गिरफ्तार
10 दिसंबर 2016 : जमालपुर स्टेशन पर हावड़ा-गया एक्सप्रेस ट्रेन में 20 अर्धनिर्मित पिस्टल व 20 बैरल लावारिस अवस्था में बरामद
5 फरवरी 2017 : घोरघट के समीप जीतेंद्र व संजय 160 अर्धनिर्मित पिस्टल व 160 बैरल के साथ गिरफ्तार
19 मई 2018 : एनएच 80 हेरूदियारा के समीप पुलिस ने चार तस्करों को 80 पिस्टल बॉडी के साथ किया गिरफ्तार
महानगर समेत राज्य के कई जगहों पर मिनी आर्म्स फैक्टरी का भंडाफोड़ कर चुकी है पुलिस
छोटे हथियारों से लेकर बड़े हथियारों तक के कलपूर्जों की होती है सप्लाई
हथियार सप्लाई के मामले में कोलकाता पुलिस के एसटीएफ की टीम आठ को कर चुकी है गिरफ्तार
अब मुंगेर पुलिस की टीम ने कोलकाता से हथियार ले जाते एक गिरोह के छह सदस्यों को किया गिरफ्तार

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