माता-पिता पर अत्याचार, बेटे और बहु को अदालत में हाजिर होने का निर्देश

कोलकाता : माता-पिता पर शारीरिक व मानसिक अत्याचार करने वाले बेटे और उसकी पत्नी को अदालत में हाजिर होने का निर्देश कलकत्ता हाइकोर्ट के न्यायाधीश राजशेखर मान्था ने दिया है. दोनों को 25 तारीख को हाजिर होने का निर्देश दिया गया है. साथ ही घर में पुलिस सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मंटेश्वर थाने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2018 1:43 AM
कोलकाता : माता-पिता पर शारीरिक व मानसिक अत्याचार करने वाले बेटे और उसकी पत्नी को अदालत में हाजिर होने का निर्देश कलकत्ता हाइकोर्ट के न्यायाधीश राजशेखर मान्था ने दिया है. दोनों को 25 तारीख को हाजिर होने का निर्देश दिया गया है. साथ ही घर में पुलिस सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मंटेश्वर थाने के अधिकारी को भी निर्देश दिया गया है.
सोमवार को मामले की सुनवाई में याचिकाकर्ता वृद्ध दंपती के वकील इंद्रदीप पाल ने कहा कि अपने नाम पर संपत्ति लिख देने के लिए अरसे से वृद्ध माता-पिता पर शारिरिक व मानसिक अत्याचार उनका छोटा बेटा शुद्धदेव मोदक व उसकी पत्नी चला रहे थे.
बर्दवान के मंटेश्वर के वृद्ध दंपती षष्ठीचरण मोदक व श्यामली मोदक ने पुलिस में जब इसकी शिकायत की थी, तब पुलिस ने उनके घर का एक चक्कर लगाया था. पुलिस के जाने के बाद फिर वही स्थिति शुरू हो गयी. उन्होंने कहा कि 2015 में माता-पिता को घर से निकाल दिया गया था. यहां तक कि वृद्ध दंपती की विधवा बेटी को भी घर से निकाल दिया गया था. कलकत्ता हाइकोर्ट के हस्तक्षेप पर पुलिस ने उन्हें घर में लौटा दिया था., लेकिन अत्याचार जारी रहा. सरकारी वकील ने कहा कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआइआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी है.

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