अंदर जश्न, बाहर बरसीं लाठियां
कोलकाता: आइपीएल-7 के विजेता कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाड़ियों का सम्मान समारोह मंगलवार को बदइंतजामी के चलते कई क्रिकेट प्रेमियों के लिए अभिशप्त साबित हुआ. शाहरुख खान और उनकी टीम के खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए इडेन गार्डेन पहुंचे महिलाओं और बच्चों समेत सैकड़ों लोगों को पुलिस की लाठियां खानी पड़ी. कई का सिर फट […]
कोलकाता: आइपीएल-7 के विजेता कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाड़ियों का सम्मान समारोह मंगलवार को बदइंतजामी के चलते कई क्रिकेट प्रेमियों के लिए अभिशप्त साबित हुआ.
शाहरुख खान और उनकी टीम के खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए इडेन गार्डेन पहुंचे महिलाओं और बच्चों समेत सैकड़ों लोगों को पुलिस की लाठियां खानी पड़ी.
कई का सिर फट गया. सुबह से ही 65 हजार की क्षमता वाले इडेन गार्डेस में दाखिल होने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. प्रवेश के लिए पुलिस और सीएबी की ओर से पास जारी किये गये थे. पास वाले तो अंदर पहुंच गये, लेकिन बिना पास वाले सैकड़ों लोग दिनभर स्टेडियम में दाखिल होने के लिए जद्दोजदह करते रहे. भीड़ नियंत्रित के लिए पुलिस को सात बार लाठीचार्ज करना पड़ा. हद तो तब हो गयी, जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर बाहर खड़े लोगों के लिए एक गेट खोल दिया गया. इससे स्टेडियम में प्रवेश के लिए भगदड़ मच गयी. कई लोगों चोटें आयीं. घायलों को एसएसकेएम और मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया.
जोरआजमाइश
कुप्रबंधन और पुलिस की जोरआजमाइश का आलम यह था कि सुबह ग्यारह बजे से अपराह्न चार बजे तक लगभग सात बार पुलिस ने इडेन के बाहर खड़े दर्शकों पर लाठियां बरसायीं. घुड़सवार पुलिसवाले तो जैसे लोगों की पिटाई करने की कसम खा कर वहां आये थे. पुलिस के लाठीचार्ज के साथ ही भगदड़ में भी कई लोगों के घायल होने की सूचना है. एक बजे शुरू होने वाला कार्यक्रम शाहरुख खान के देर से आने के कारण लगभग पौने चार बजे शुरू हुआ. शाहरुख चार बज कर पांच मिनट पर इडेन पहुंचे. उनसे पहले मुख्यमंत्री खुद तीन बज कर 35 मिनट पर स्टेडियम पहुंची थीं. शाहरुख के स्टेडियम में पहुंचने के बाद चार बज कर पांच मिनट पर मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों से कहा कि जो लोग स्टेडियम में नहीं घुस पाये हैं, उनके अंदर आने की व्यवस्था की जाये.
मुख्यमंत्री के इस निर्देश पर शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम बाहर आये और उनके निर्देश पर बाहर खड़े हजारों लोगों के लिए इेडन का चार नंबर गेट खोल दिया गया. गेट का खुलना था कि बाहर खड़े लोग एक जनसैलाब की तरह उमड़ पड़े. एक तरह से भगदड़ मच गयी, जिसमें कई लोग घायल हो गये. उस समय हकीम वहां मूकदर्शक की तरह खड़े तमाशा देख रहे थे. अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, घायलों में कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया. तो कई अब भी अस्पताल में चिकित्साधीन हैं.
सरकार के बुलावे पर आये, लेकिन नहीं मिला प्रवेश
बांकुड़ा से आये स्वपन विश्वास बताते हैं कि सोमवार को नवान्न में लिये गये फैसले के बाद सरकार के आमंत्रण पर वे अपने साथियों के साथ इडेन के बाहर पहुंचे थे. उनके पास अंदर जाने का प्रवेश पास नहीं होने के कारण उन्हें एंट्री नहीं मिली. जब वे पुलिसकर्मियों से घुसने देने की मांग करने लगे तो उनके ऊपर लाठियां बरसायी गयीं. किसी तरह भाग कर पार्किग में खड़ी एक कार के नीचे घुस जाने से वह सुरक्षित बच सके. वहीं नदिया से आये विश्वजीत लाहिड़ी का कहना है कि कोलकाता पुलिस के अंतर्गत पड़ने वाले थानों से सरकार द्वारा पास कलेक्ट करने को कहा गया, लेकिन उनका घर नदिया जिले में है, लिहाजा कोलकाता पुलिस के दायरे में नहीं पड़ने के कारण उन्हें पास नहीं मिला. इसका मतलब यह है कि सिर्फ कोलकाता में रहने वाले लोगों को ही एंट्री पास लेने का अधिकार है. जिलों में रहने वाले केकेआर समर्थक इससे वंचित रह गये. सरकार पहले आमंत्रण देती है. उनके बुलावे के बाद यहां पहुंचने पर लाठियां चलवाती है.
रह-रहकर लाठियां भांज कर समर्थकों को खदेड़ते रहे पुलिसवाले
लोगों का कहना है कि इडेन के अंदर सुबह 10 बजे के करीब समर्थकों को घुसने देने की मांग करने पर उनके ऊपर लाठियां भांजी गयीं. ड्यूटी में रहने वाले पुलिस वालों का कहना था कि जिनके पास एंट्री पास है सीट उनके लिए रिजर्व है. लिहाजा दूर से आने के बावजूद उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया गया.
सरकार के निर्देश के कारण बेबस दिखे पुलिस वाले
केकेआर समर्थकों पर लाठियां भांजने को लेकर कोलकाता पुलिस के कुछ वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि राज्य सरकार की तरफ से जो निर्देश आया है, वे उसका पालन कर रहे हैं. सरकार की तरफ से इडेन में सभी समर्थकों को घुसने देने का निर्देश दिया गया है. साथ ही स्टेडियम के अंदर कानून-व्यवस्था भंग न हो इसका ख्याल रखने का निर्देश भी दिया गया है. यही नहीं स्टेडियम भर जाने पर बाकी समर्थकों को बाहर लगे टीवी स्क्रीन के पास भेज कर स्टेडियम के बाहर समर्थकों की भीड़ को हटाने का निर्देश भी दिया गया है. सरकार के इन निर्देशों का पालन करने के लिए वे बेबस हैं. सोमवार को मंत्रियों से चर्चा की गयी, लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया इसके कारण मंगलवार को यह घटना घटी.
फिरहाद को नहीं दिखी अफरा-तफरी
राज्य के कैबिनेट मंत्री फिरहाद हाकिम से जब स्थिति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘आपने अफरा- तफरी देखी होगी, लेकिन मैंने नहीं देखी थी.’ महिलाओं और बच्चों समेत तमाम लोगों में धक्का-मुक्की का नजारा दिख रहा था और यह उसी तरह के दृश्य की तरह था जब दो साल पहले केकेआर ने 29 मई को अपने पहली आइपीएल ट्राफी का जश्न मनाया था.
देर से आये शाहरुख
इंडीपॉप सिंगर उषा उत्थुप ने बालीवुड के मशहूर गाने गाकर दर्शकों को केकेआर टीम के पहुंचने तक दर्शकों का मनोरंजन किया. बालीवुड स्टार और फ्रेंचाइजी के मालिक शाहरुख खान फ्लाइट में तकनीकी समस्या के कारण समय से स्टेडियम में पहुंचने में असफल रहे. शाहरुख खान ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘माफ कीजियेगा, फ्लाइट पर तकनीकी समस्या हो गयी है. थोड़ी देर से पहुंच पाऊंगा लेकिन आऊंगा जरूर. माफ कीजिये.’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘फ्लाइट में देरी होगी लेकिन पहुंच जाऊंगा. इंशा अल्लाह, अब हमें कोई नहीं रोक सकता. ’