घूस के लिए दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों को भेजा जेल, जांच अधिकारी पर 50 हजार रुपये घूस मांगने का आरोप
मालदा : पचास हजार रुपये घूस नहीं देने पर दुष्कर्म पीड़िता के पिता और बड़े भाई को झूठे मामले में जेल में ठूंस देने का आरोप ओल्ड मालदा थाने के जांच अधिकारी एसआइ पर लगा है. पीड़िता के परिवार ने बुधवार को इस बारे में जिले के पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत की. परिवार के […]
मालदा : पचास हजार रुपये घूस नहीं देने पर दुष्कर्म पीड़िता के पिता और बड़े भाई को झूठे मामले में जेल में ठूंस देने का आरोप ओल्ड मालदा थाने के जांच अधिकारी एसआइ पर लगा है. पीड़िता के परिवार ने बुधवार को इस बारे में जिले के पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत की. परिवार के पास घूस मांगने के फोन की रिकॉर्डिंग भी है. ऑफिस में एसपी अर्णव घोष के मौजूद नहीं होने के कारण पूरे मामले को डीएसपी विपुल मजूमदार ने सुना. उन्होंने जांच का आश्वासन देते हुए कहा कि इस तरह की घटना कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती.
पुलिस और पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि पुकुरिया थाने के बालूघाट कदमतली इलाके की बारहवीं की एक छात्रा स्थानीय मदरसा में पढ़ती है. गत 14 अक्तूबर को ट्यूशन से लौटते समय एक स्थानीय युवक नूरजमान उसे इलाके के एक खाली मैदान में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया. उसने इसका वीडियो भी बनवाया जो उसके दोस्त के मोबाइल में है. इस वीडियो के भय से छात्रा कुछ बोलने का साहस नहीं कर पा रही थी.
इसके बाद गत एक नवंबर को ओल्ड मालदा थाने के महिषबथानी इलाके में वह छात्रा अपने दीदी के ससुराल घूमने गयी. उस दौरान भी आरोपी युवक ने छात्रा का पीछा किया और उसे उठा ले गया. उसने मोबाइल में दुष्कर्म का वीडियो दिखाकर दोबारा उसके साथ दुष्कर्म किया. इस पर मामला उसके बर्दाश्त से बाहर हो गया और उसने अपने परिवार को इस बारे में जानकारी दी. इसके बाद परिवार ने ओल्ड मालदा थाने में शिकायत दर्ज करायी. पुलिस ने आरोपी नूरजमान को गिरफ्तार किया, लेकिन बाद में उसे जमानत मिल गयी. आरोप है कि इसी के बाद घूस मांगने का खेल शुरू हुआ.
पुलिस ने पीड़िता के पिता, बड़े भाई और दो चाचा के खिलाफ नूरजमान से मारपीट और उसके अपहरण का झूठा मामला दर्ज किया. इस घटना के जांच अधिकारी हैं ओल्ड मालदा थाने के एसआइ विपुल सरकार. उन्होंने मामला दायर होते ही पीड़िता के पिता और बड़े भाई को गत 6 नवंबर को थाने बुलाया और गिरफ्तार कर लिया.
पीड़िता के बहनोई गुलाब शेख का आरोप है कि यह मामला खत्म करने के लिए जांच अधिकारी ने परिवार से 50 हजार रुपये घूस की मांग की. उन्हें बताया गया कि परिवार की इतनी हैसियत नहीं है, पर एसआइ विपुल सरकार कुछ सुनने को तैयार नहीं हुए. गुलाब शेख ने कहा कि एसपी ऑफिस में शिकायत के बाद भी अगर कोई सुनवाई नहीं होती है तो वे लोग अदालत का दरवाजा खटखटायेंगे.