मालदा : पुत्र नहीं जनने पर गृहिणी को जिंदा जलाया
मालदा : एक गृहिणी ने तीन बेटियों को क्या जन्म दिया कि ससुरालवाले उसकी जान के पीछे पड़ गये. मध्ययुगीन बर्बरता को लजाते हुए पति समेत ससुरालवालों ने गृहिणी की चिता सजाकर जिंदा जला देने का प्रयास किया. हालांकि पड़ोसियों के बीच में पड़ने से महिला मणिका भुंइमाली (35) की जान बच गई. हालांकि उसके […]
मालदा : एक गृहिणी ने तीन बेटियों को क्या जन्म दिया कि ससुरालवाले उसकी जान के पीछे पड़ गये. मध्ययुगीन बर्बरता को लजाते हुए पति समेत ससुरालवालों ने गृहिणी की चिता सजाकर जिंदा जला देने का प्रयास किया. हालांकि पड़ोसियों के बीच में पड़ने से महिला मणिका भुंइमाली (35) की जान बच गई.
हालांकि उसके शरीर का 70 फीसदी हिस्सा जल चुका है जिससे उसे बचाना बड़ी चुनौती होगी. बुधवार की रात को दिल को दहलाने वाली यह घटना मालदा जिले के हबीबपुर थाना अंतर्गत आदिवासी बहुल धूपपुर ग्राम पंचायत के तिलासन गांव में घटी है. उसे बुरी तरह जली अवस्था में मालदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मेडिकल कॉलेज के उपाधीक्षक डॉक्टर ज्योतिषचन्द्र दास ने बताया कि महिला रोगी की जिंदगी संकट में है. बर्न यूनिट में भर्ती कर उसका आपातकालीन इलाज चल रहा है. 72 घंटा से पहले उसके बारे में निश्चिम कुछ कह पाना मुश्किल है.
पीड़िता के एक चाचा श्रीराम साहा ने बताया कि उनकी भतीजी को तीन बेटियां हुई थी. बेटा नहीं जनने के चलते ससुरालवाले उस पर तरह-तरह से अत्याचार करते थे. उसने इसकी जानकारी मोबाइल फोन पर उन्हें दी थी. बाद में उन्हें उसे जलाकर मारने की कोशिश की खबर भी उन्हें मिली.
इस बीच हबीबपुर थाना पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी है. थाना पुलिस के सूत्र ने बताया कि गृहिणी के पति टगर भुंइमाली, ससुर बादल भुंइमाली, सास सुलेखा भुंइमाली और एक ननद विशाखा भुंइमाली के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी गई है. पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.
पुलिस सूत्र के अनुसार
पीड़िता मणिका भुंइमाली का मायका कालियाचक थाना अंतर्गत बहादुरपुर गांव में है. 12 साल पहले उसका विवाह तिलासन गांव के निवासी और पेशे से टैक्सी चालक टगर भुंइमाली के साथ हुआ था. महिला को एक-एक कर तीन बेटियां हुई जिनके नाम हैं ब्यूटी (07), शिउली (06) और शिल्पी (02).
पुलिस की प्राथमिक जांच के अनुसार पुत्र संतान नहीं जनने के लिए महिला पर पति समेत ससुरालवाले अक्सर अत्याचार-उत्पीड़न करते थे. बीती रात को महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोसी जब उसके घर पहुंचे तो वहां देखा कि घर के आंगन में लकड़ी और बांस जमाकर रखा गया है और उसमें धू-धूकर आग जल रही है.
मणिका के हाथ-पैर बांधकर उसे चिता पर लिटाया गया है. पड़ोसियों ने आनन-फानन में आग को बुझाने के बाद महिला को वहां से निकाला और उसे अस्पताल ले जाया गया.