हावड़ा: 23 जून को शिवपुर के एक इंजीनियर के अपहरण मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपहृत इंजीनियर की हत्या की बात कबूल की है. साथ ही कहा है कि हत्या के बाद उन्होंने शव को जमीन में गाड़ दिया था. उनकी निशानदेही पर पुलिस शव की शिनाख्त करायेगी.
घटना की वजह
सूत्रों के अनुसार, बेटी के साथ बढ़ती नजदीकियों पर पिता के विरोध से परेशान प्रेमी ने प्रेमिका के पिता को रास्ते से हटाने के लिए अपहरण के बाद उसकी हत्या कर दी. यह घटना शिवपुर थाना के प्रसन्न कुमार दत्ता लेन इलाके की है. मृतक का नाम रजत शुब्रा मुखर्जी (40) है. वह एक निजी कंपनी में इंजीनियर थे. इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को सोमवार की रात गिरफ्तार किया है. उनके नाम शुभेंदु दे उर्फ पार्थ, गौतम साव, रंजीत माइती, बबलू जाना व संटू सरदार हैं. मंगलवार को उन्हें हावड़ा के सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उन्हें 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया. रजत के परिवार में बेटी रनिता मुखर्जी, पत्नी और उसकी मां हैं. हत्या की खबर मिलने के बाद उनके परिवार में मातम पसरा है.
लिफ्ट देने के बहाने किया था अगवा
23 जून की सुबह 10 बजे रजत शिवपुर स्थित घर से दफ्तर के लिए निकले थे. इसके बाद से उनका पता नहीं चल पा रहा था. रजत की बेटी रनिता ने बताया कि देर रात उसकी मां के मोबाइल फोन पर पिता का अपहरण किये जाने की जानकारी दी गयी. अपहरणकर्ताओं ने मां से दो लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. इसकी शिकायत थाने में दर्ज करायी गयी थी.
रजत सुब्रा मुखर्जी की पत्नी का शुभेंदु रिश्तेदार है. लगभग तीन महीने पूर्व रजत बीमार पड़ गये थे. उस वक्त शुभेंदु ने लड़खड़ाते परिवार की मदद की.इसके बाद प्राय: वह रजत के घर जाता था. इस बीच शुभेंदु के मन में रनिता के लिए नजदीकियां बढ़ने लगीं. उसने रजत के परिवार के समक्ष रनिता से शादी का प्रस्ताव रख दिया. इस बीच पता चला कि शुभेंदु शादीशुदा है और उसकी सात वर्षीय एक बेटी भी है. इसके बाद रजत के परिवारवाले विरोध पर उतर गये. रजत की बेटी रनिता के अनुसार, परिवार के शदी से इनकार किये जाने के बाद शुभेंदु ने धमकाया था कि वह परिवार के सामने ऐसी परिस्थितियां ला खड़ा करेगा कि वह उसके सामने झुकने को मजबूर होगा. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्य आरोपी शुभेंदु ने अपने चार साथियों की मदद से उक्त घटना को अंजाम दिया. फजीर बाजार से उसने रजत को लिफ्ट देन के नाम पर अपनी निजी कार इंडिका में बैठाया. इसके बाद उसे जबरन नींद की गोलियां दी गयीं. नींद की गोली ज्यादा खिलाने के कारण रजत की मौत हो गयी. उन्होंने रजत के शव को उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में गाड़ दिया.