बस्ती में दुष्कर्म व हत्या की घटना से लोगों में दहशत
दुर्गापुर : दुर्गापुर इस्पात नगर स्थित काशीराम बस्ती में सोमवार की सुबह मुकबघिर महिला से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की घटना के बाद बस्ती में दहशत व्याप्त है. बस्ती में इस तरह की घटना पहली बार होने से लोगों के मन में पुलिस से भरोसा उठ गया है. घटने के बाद बस्ती की महिलाओं […]
दुर्गापुर : दुर्गापुर इस्पात नगर स्थित काशीराम बस्ती में सोमवार की सुबह मुकबघिर महिला से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की घटना के बाद बस्ती में दहशत व्याप्त है. बस्ती में इस तरह की घटना पहली बार होने से लोगों के मन में पुलिस से भरोसा उठ गया है. घटने के बाद बस्ती की महिलाओं चिंता सताने लगी है. मोनिका रूईदास, संपा बाउरी, अनामिका रुईदास ने कहा की पुलिस पर विश्वास नहीं रह गया है.
पुलिस अपराधियों को संरक्षण देने के कारण शहर में अपराधिक घटनाएं बढ़ रही है. पांच नंबर वार्ड के अधीन काशीराम बस्ती पिछले 50 सालों से बसा है. बस्ती में रहने वाले सभी दैनिक मजदूरी कर झोपड़ी-झुग्गियों में परिवार के साथ रहते हैं. इस घटना के बाद अब घर में सोने में भी डर लगेगा.बस्ती इलाके में अवैध शराब का धंधा भी काफी जोरों पर है. पुलिस शराब बेचने वालों से घूस लेकर शराब के धंधे को बढ़ावा देती है. सही जांच की जाए तो आसपास के ही शराबियों की यह करतूत होगी.
नमिता के घर के पीछे भी हर शाम शराबियों का अड्डा लगता है जहां देर रात तक शराब का धंधा किया जाता है. बस्ती कमेटी की ओर से बार-बार शिकायत करने के बाद भी शराब का धंधा बंद नहीं हो रहा है. पुलिस के संरक्षण में ही इलाके में अवैध कार्य चल रहे हैं. अपराधी प्रवृत्ति के लोगों में पुलिस के प्रति कोई डर नहीं रह गया है. इससे अपराधियों का मनोबल दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है. शांत दुर्गापुर को अपराधी अशांत करने पर तुले हैं. नमिता काफी गरीब महिला थी, उसका किसी के साथ कभी भी कोई विवाद नहीं हुआ था. तीन महीना पहले बेटा का शादी करने के बाद नमिता अपनी इकलौती बेटी बबली की शादी के लिए अक्सर इशारे में बातचीत किया करती थी.
बेटी जवान होने के कारण अक्सर चिंतित रहती थी. आशंका यह भी व्यक्त किया जा रहा है कि हवस के दरिंदे बेटी के साथ दुष्कर्म करने के इरादे से घर में घुसे थे. नमिता ने किसी का क्या बिगाड़ा था, की दरिंदों ने उसे इस तरह हत्या कर दी. नमिता की हत्या की खबर से बस्ती का हर महिला दहशत में आ गई है. सभी के घरों में जवान बेटी है, प्रशासन को मामले का निष्पक्ष ढंग से जांच करते हुए हत्यारों को गिरफ्तार करना चाहिए. अपराधियों पर प्रशासन यदि नकेल नहीं कसती है, तो आने वाले दिन में बस्ती की कोई महिला का इज्जत सुरक्षित नहीं रहेगी.