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मेडिकल कॉलेज में दाखिला कराने का झांसा देकर 10 लाख की धोखाधड़ी

कोलकाता : महानगर में एक निजी मेडिकल काॅलेज में बेटी को दाखिला कराने का झांसा देकर एक रेलकर्मी से 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गयी. अलीपुरद्वार के निवासी विकास चंद्र बर्मन नामक व्यक्ति ने घटना की शिकायत शनिवार को जादवपुर थाना में दर्ज करायी है. जानकारी के अनुसार इसी वर्ष विकास चंद्र बर्मन की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 26, 2019 3:03 AM

कोलकाता : महानगर में एक निजी मेडिकल काॅलेज में बेटी को दाखिला कराने का झांसा देकर एक रेलकर्मी से 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गयी. अलीपुरद्वार के निवासी विकास चंद्र बर्मन नामक व्यक्ति ने घटना की शिकायत शनिवार को जादवपुर थाना में दर्ज करायी है.

जानकारी के अनुसार इसी वर्ष विकास चंद्र बर्मन की बेटी ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस एग्‍जाम दिया था, लेकिन उतीर्ण होने के बावजूद उसकी रैंकिंग खराब थी. इसी महीने रेल कर्मी को एक शख्स ने फोन किया. उसने उनकी बेटी को मेडिकल कॉलेज में दाखिला कराने का प्रस्ताव दिया. उसी शख्स के जरिये विकास को सिलीगुड़ी के एक संस्थान का पता चला.
कथित तौर पर संस्थान की ओर से उन्हें कहा गया कि उनकी बेटी को बंगलुरु स्थित एक मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिल सकता है. लेकिन विकास ने कोलकाता में किसी मेडिकल कॉलेज में दाखिला कराने की बात कही. उसके बाद ही उनकी बेटी को महानगर के एक निजी मेडिकल कॉलेज में दाखिला कराने का प्रस्ताव मिला.
आरोप के अनुसार विकास ने 14 और 15 अगस्त को संस्थान के माध्यम से परिचित हुए अपरूपा दास, ऋषि शुक्ल और आदित्य सिंह को करीब डेढ़ लाख रुपये दिये. वे खुद को महानगर स्थित एक निजी मेडिकल कॉलेज का अधिकारी बता रहे थे.
उन्होंने विकास को 23 अगस्त को बेटी के साथ कोलकाता के जादवपुर इलाके में बुलाया और कहा कि करीब 8 लाख रुपये और देने के बाद उनकी बेटी का दाखिला मेडिकल कॉलेज में हो जायेगा. शुक्रवार को विकास अपनी बेटी के साथ महानगर पहुंचे. वे गोलपार्क स्थित एक गेस्ट हाउस में ठहरे हुए थे.
आरोप के अनुसार अपरूपा, ऋषि के अलावा और दो लोग उनके गेस्ट हाउस में पहुंचे. आठ लाख रुपये लेने के बाद पांचों ने उन्हें महानगर के एक मेडिकल कॉलेज के बाहर बुलाया. विकास अपनी बेटी के साथ वहां पहुंचे लेकिन उनसे मिलने कोई नहीं आया.
फोन पर भी जब रुपये लेने वालों से संपर्क नहीं हो पाया तब उन्हें ठगे जाने का एहसास हुआ और उन्होंने जादवपुर थाना में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करायी. जानकारी के अनुसार जांच के तहत पुलिस की एक टीम सिलीगुड़ी भी गयी है. खबर लिखे जाने तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पायी थी.

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