केरी को तोहफा है बीमा विधेयक : माकपा

कोलकाता. बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) सीमा को बढ़ाने संबंधी विधेयक पर चर्चा को संसद की कार्रवाई के एजेंडे में शामिल किये जाने पर माकपा ने कड़ी आपत्ति जतायी है. माकपा ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्ववाली भाजपा सरकार की ओर से यह अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2014 8:09 AM

कोलकाता. बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) सीमा को बढ़ाने संबंधी विधेयक पर चर्चा को संसद की कार्रवाई के एजेंडे में शामिल किये जाने पर माकपा ने कड़ी आपत्ति जतायी है. माकपा ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्ववाली भाजपा सरकार की ओर से यह अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी के स्वागत का तोहफा है.

सरकार ने बीमा क्षेत्र में एफडीआइ सीमा को 26 प्रतिशत से बढ़ा कर 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव दिया है और कैरी इन दिनों भारत यात्र पर हैं. माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य सीताराम येचुरी ने पार्टी मुखपत्र ‘पीपुल्स डेमोक्रेसी’ के आगामी अंक में लिखा है कि ‘मोदी सरकार ने भारत यात्र पर आये अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी को स्वागत उपहार दिया है. इससे अमेरिका की एक पुरानी मांग पूरी होगी.

उन्होंने लिखा है कि संप्रग-एक सरकार के कार्यकाल में गठित भारत-अमेरिका व्यापार मंच इसकी बार-बार मांग करता रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा नेता यशवंत सिन्हा की अध्यक्षतावाली स्थायी समिति (वित्त) ने सिफारिश की थी कि यह सीमा बढ़ाने की जरूरत नहीं है. लेकिन अब मोदी सरकार ने संसद में अपने पहले प्रमुख विधायी कदम के रूप में यह सीमा बढ़ा कर 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव दिया है.

येचुरी ने कहा है कि यह केंद्र सरकार की अंतरराष्ट्रीय वित्त पूंजी को रिझाने की उसकी तत्परता व नव उदारवाद नीतियों को आगे बढ़ाने की उसकी प्रतिबद्धता को दिखाता है. कांग्रेस इस विधेयक को संसद में पेश करना चाहती थी और उसे संसद में इसका समर्थन करने में कोई हिचक नहीं होगी.

Next Article

Exit mobile version