प्रतिनिधि, मालदा
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बड़ी संख्या में अकुशल अथवा अर्ध कुशल कार्यबल को दक्ष बनाये जाने के लिए प्रशिक्षण मुहैया किये जाने की शुक्रवार को हिमायत की. प्रणब मुखर्जी ने जोर देकर कहा कि देश के 125 करोड़ लोगों में 58 फीसदी नौकरी चाहनेवाले लोग हैं और उन्हें दक्ष कामगार बनाया जाना चाहिए. शुक्रवार को यहां मालदा जिले के पास वह गनी खान चौधरी इंस्टीटय़ूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में एक सभा को संबोधित कर रहे थे.
राष्ट्रपति ने कहा कि देश में मौजूदा कार्यबल का सिर्फ एक तिहाई हिस्सा ही दक्ष है, जबकि अन्य या तो दक्ष नहीं है या वे आधे दक्ष हैं. उन्होंने कहा कि इन लोगों को दक्ष बनाने के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए. ऐसा विनिर्माण क्षेत्र में अधिकतम किए जाने की जरूरत है. श्री मुखर्जी ने कहा कि कुछ साल में ही हम 50 करोड़ लोगों में कौशल का विकास कर देंगे. इस संस्थान की स्थापना 2010 में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रलय ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एबीए गनी खान चौधरी की याद में की थी. राष्टपति ने परिसर में पौधारोपण भी किया.
सच हुआ गनी खान का सपना
मालदा को शिक्षा के क्षेत्र में नयी ऊंचाइयों पर ले जाने का अब्दुल गनीखान चौधरी का सपना साकार हुआ है. उनका सपना शुरू से ही मालदा में एक इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना कर यहां के छात्र-छात्रओं को इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आगे ले जाने की थी और आज यह सपना साकार हो गया है. उक्त बातें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को यहां कहीं. वह यहां गनी खान चौधरी इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट और टेक्नोलोजी का उदघाटन करने के बाद इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे.
शुक्रवार को राष्ट्रपति सेना के विशेष हेलीकॉप्टर से यहां 12 ओल्ड मालदा के नारायणपुर स्थित गनीखान इंजीनियरिंग कॉलेज पहुंचे. यहां उन्होंने इस इंजीनियरिंग कॉलेज के भवन का उदघाटन किया. इस अवसर पर राज्य के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी, दक्षिण मालदा के सांसद आबू हासेम खान चौधरी तथा मंत्री कृष्णोंदू नारायण चौधरी भी मंच पर उपस्थित थे. उदघाटन समारोह में करीब 14 मिनट का भाषण देने के बाद राष्ट्रपति खान परिवार के आवास कोतवाली चले गये. उन्होंने वहीं दोपहर का भोजन किया.
मौके पर राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी भी थे. कोतवाली से दो बजकर पांच मिनट पर राष्ट्रपति मालदा हवाई अड्डे के लिए रवाना हो गये. वहां से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी वायुसेना के विशेष हेलीकॉप्टर से कोलकाता के लिए रवाना हो गये.मालदा में उन्हें राज्य सरकार की ओर से मंत्री सावित्री मित्र, जिलाशासक शरद द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक प्रसून बनर्जी ने उन्हें विदाई दी.