profilePicture

‘पुलिस ज्यादती’ के खिलाफ दूसरे दिन भी नहीं चलायी टैक्सियां

कोलकाता. कथित पुलिस जुल्म व टैक्सी रिफ्यूजल पर भारी जुर्माने के विरोध में लगातार दूसरे दिन कोलकाता की सड़कों से टैक्सियां गायब रहीं. टैक्सी नहीं मिलने के कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. पार्क स्ट्रीट में एक ‘नो रिफ्यूजल टैक्सी’ के ड्राइवर के साथ आंदोलनरत टैक्सी चालकों ने कथित तौर पर मारपीट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 13, 2014 7:25 AM

कोलकाता. कथित पुलिस जुल्म व टैक्सी रिफ्यूजल पर भारी जुर्माने के विरोध में लगातार दूसरे दिन कोलकाता की सड़कों से टैक्सियां गायब रहीं. टैक्सी नहीं मिलने के कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.

पार्क स्ट्रीट में एक ‘नो रिफ्यूजल टैक्सी’ के ड्राइवर के साथ आंदोलनरत टैक्सी चालकों ने कथित तौर पर मारपीट व टैक्सी में तोड़फोड़ की. इससे टैक्सी में सवार छात्र बीमार हो गयी. पार्क स्ट्रीट थाने में मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस मारपीट करने वाले टैक्सी चालकों की तलाश कर रही है. गौरतलब है कि सोमवार को भी टैक्सी चालकों ने कानून भंग आंदोलन के तहत सड़कों पर अपनी गाड़ियां नहीं उतारी थीं. उधर, टैक्सी चालकों के दबाव ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. परिवहन मंत्री मदन मित्र ने बुधवार को टैक्सी यूनियनों की बैठक बुलाई है. हालांकि उन्होंने आंदोलनकारी टैक्सी चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी.

श्री मित्र ने चेतावनी दी है कि जबरन टैक्सी रोकने वाले ड्राइवरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने पुलिस को ऐसे टैक्सी चालकों को गिरफ्तार करने और गैरजमानती धारा के तहत मामले दर्ज करने का निर्देश दिया है .

उन्होंने कहा कि टैक्सी रिफ्यूजल के खिलाफ जुर्माना जारी रहेगा. इस पर सरकार किसी भी रूप में समझौता नहीं करेगी.श्री मित्र ने कहा कि बुधवार को विभिन्न टैक्सी संगठनों की बैठक बुलायी गयी है. बैठक में सभी संगठनों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया है. एक यूनियन के छह प्रतिनिधि भी भाग ले सकते हैं. यह बैठक खुदीराम बोस अनुशीलन केंद्र में होगी. परिवहन मंत्री द्वारा बैठक बुलाये जाने पर सीटू नेता श्यामल चक्रवर्ती ने कहा कि इतने दिनों के बाद परिवहन मंत्री जागे हैं.

हम बैठक बुलाये जाने का स्वागत करते हैं. दमनकारी नीति से नहीं बल्कि आपस में बातचीत से समस्या का समाधान निकालना चाहिए. कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने भी बैठक बुलाये जाने का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि बातचीत के माध्यम से समस्या का समाधान होना चाहिए. सरकार को दमनकारी नीति छोड़नी चाहिए. उन्होंने कहा कि 14 अगस्त को यूनियन की ओर से एटक कार्यालय में बैठक बुलायी गयी है. इस बैठक में भविष्य की रणनीति तय की जायेगी. दूसरी ओर, गुरुवार को धर्मतल्ला में आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किये गये 21 टैक्सी चालकों को मंगलवार को बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया. अदालत ने 500 रुपये के निजी मुचलके पर ड्राइवरों को रिहा कर दिया. अदालत के बाहर सीटू नेता अनादि साहू के नेतृत्व में बड़ी संख्या में टैक्सी ड्राइवर उपस्थित थे. इनकी उपस्थिति के मद्देनजर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गयी थी. श्री साहू ने कहा कि बुधवार की बैठक के नतीजे देख कर ही हम आगे की रणनीति तय करेंगे. मतलब बुधवार को भी टैक्सी सेवा सामान्य होगी कि नहीं, इसे लेकर असमंजस की स्थिति है.

जबरन टैक्सी रोकने वाले ड्राइवरों के खिलाफ कार्रवाई होगी. पुलिस को ऐसे टैक्सी चालकों को गिरफ्तार करने और गैरजमानती धारा के तहत मामले दर्ज करने का निर्देश दिया गया. टैक्सी रिफ्यूजल के खिलाफ जुर्माना जारी रहेगा. -मदन मित्र, परिवहन मंत्री

Next Article

Exit mobile version