इबोला विषाणु का खतरा: यौनकर्मियों को अफ्रीकियों से दूर रहने को कहा गया

कोलकाता : पश्चिम अफ्रीका में इबोला विषाणु के फैलने के मद्देनजर कोलकाता शहर के सबसे बडे रेड लाइट इलाके सोनागाछी के यौनकर्मियों से एक गैर सरकारी संगठन ने अफ्रीकियों से यौन संबंध नहीं बनाने को कहा है जो यहां नियमित रुप से आते हैं. पश्चिम बंगाल में 1,30,000 यौनकर्मियों का संगठन दरबार महिला समन्वय समिति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 17, 2014 7:45 PM

कोलकाता : पश्चिम अफ्रीका में इबोला विषाणु के फैलने के मद्देनजर कोलकाता शहर के सबसे बडे रेड लाइट इलाके सोनागाछी के यौनकर्मियों से एक गैर सरकारी संगठन ने अफ्रीकियों से यौन संबंध नहीं बनाने को कहा है जो यहां नियमित रुप से आते हैं.

पश्चिम बंगाल में 1,30,000 यौनकर्मियों का संगठन दरबार महिला समन्वय समिति (डीएमएससी) ने चेतावनी दी है कि यदि यौनकर्मी संक्रमित लोगों के संपर्क में आते हैं तो उनकी जान जोखिम में पड सकती है.

डीएमएससी की सदस्य महाश्वेता ने पीटीआई को बताया, ‘‘हमने यौनकर्मियों को अफ्रीकियों से यौन संबंध नहीं बनाने को कहा है क्योंकि यदि वे पश्चिमी अफ्रीका के कुछ देशों में तेजी से फैल रहे इबोला विषाणु से संक्रमित होते हैं तो इससे उनकी जान जोखिम में पड सकती है.’’ दरबार इन दिनों यौनकर्मियों को इबोला संक्रमित व्यक्ति के लक्षणों की पहचान करने का प्रशिक्षण दे रहा है.

दरबार के समरजीत जना ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दिशानिर्देशों के मुताबिक यह विषाणु संक्रमित व्यक्ति के शरीर के पसीने, लार, कफ जैसी चीजों के जरिए और शारीरिक संपर्क से फैलता है. इसलिए हम यौनकर्मियों को इसके लक्षणों की पहचान करने का प्रशिक्षण दे रहे हैं.

यह पूछे जाने पर कि क्या यह दिशानिर्देश सिर्फ अफ्रीकियों पर लागू होता है या उन सभी विदेशियों पर लागू होगा जिनमें ये लक्षण नजर आते हों, इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘यह फैसला यौनकर्मियों को करना है. हम उनसे उनकी सुरक्षा के लिए अनुरोध कर सकते हैं और हमने उनसे सावधान रहने को कहा है.’’

विश्व स्वास्थ्य संगठन के ताजा आंकडे के मुताबिक इबोला विषाणु के 128 नये मामले और 56 मौतें गिनी, लाइबेरिया, नाइजीरिया और सियरा लियोन में 10 से 11 अगस्त के बीच दर्ज की गई. इस तरह इस रोग से होनों वाली मौतों की संख्या बढकर 1,069 हो गई है.

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