सामूहिक बलात्कार मामला:मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी के पांच नंबर वार्ड स्थित ग्वालापट्टी में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले ने नया मोड़ ले लिया है. मेडिकल रिपोर्ट में पीडि़ता के साथ बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है. यहां तक की चोट या किसी अन्य जख्म के एक निशान तक नहीं पाये गये. यहां उल्लेखनीय है कि […]
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी के पांच नंबर वार्ड स्थित ग्वालापट्टी में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले ने नया मोड़ ले लिया है. मेडिकल रिपोर्ट में पीडि़ता के साथ बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है. यहां तक की चोट या किसी अन्य जख्म के एक निशान तक नहीं पाये गये.
यहां उल्लेखनीय है कि ग्वालापट्टी की रहनेवाली अंजली गुप्ता ने उसी इलाके के तीन युवकों के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया था और कुछ अन्य युवकों पर इस कार्य में सहयोग देने का भी आरोप लगाया था. अंजली गुप्ता द्वारा तीन लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. जिसमें से विनोद पासवान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. उसके बाद अन्य नौ लोगों ने आज थाने में आत्मसमर्पण कर दिया है.
पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है. इस संबंध में सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट के कमिश्नर जगमोहन ने बताया है कि चार डॉक्टरों के पैनल ने आरोप लगाने वाली महिला की मेडिकल जांच की. मेडिकल जांच में ऐसा कुछ भी नहीं मिला, जिससे ऐसा लगे कि उस महिला के साथ बलात्कार की घटना घटी है.
पुलिस जांच में अब तक जो पता लगा है उसके अनुसार, यह पूरा मामला आपसी बदले की कार्यवाही दिख रही है. आरोप लगाने वाली महिला के पति अमित कुमार गुप्ता तथा उनके पिता जगदीश कुमार गुप्ता के स्थानीय क्लब के लड़कों से काफी दिनों से लेन-देन को लेकर कहासुनी चल रही थी. ग्वालापट्टी में शनि मंदिर सेवा समिति तथा न्यू बॉयज क्लब के कुछ सदस्यों के साथ अमित कुमार गुप्ता का वर्ष 2013 से ही विवाद चल रहा था. कहा जाता है कि क्लब के लड़कों ने अमित कुमार गुप्ता से 70 हजार रुपये के डोनेशन की मांग की थी, जो वह देने पर सहमत हो गये थे, लेकिन बाद में किसी कारणों से उन्होंने इसे देने से इनकार कर दिया. उसके बाद से ही क्लब के लड़कों के साथ उनकी ठन गयी.
श्री जगमोहन ने आगे बताया कि अमित कुमार गुप्ता की प्रवृत्ति पहले से ही संदिग्ध रही है. वह उजाला नाम से नकली नील बनाने का कारोबार करता था. उसके ऊपर अन्य कई अवैध गतिविधियों में भी लिप्त होने का आरोप है. उसके खिलाफ सिलीगुड़ी थाने में सेक्शन 483 तथा 486 के तहत मामला भी चल रहा है. बलात्कार के इस कथित मामले में जिस विनोद पासवान की पहले दिन गिरफ्तारी हुई है, उसने मामले के दिन पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर अमित कुमार गुप्ता के अवैध कार्यकलापों की जानकारी दी थी. उसके बाद सिलीगुड़ी पुलिस ने उसके घर पर छापा मारा और नकली नील बनाने के अवैध सामान जब्त किये.
22 तारीख की रात को पुलिस कंट्रोल रूम में मनोज पासवान ने फोन किया था. उसके अगले ही दिन महिला ने बलात्कार का आरोप लगाते हुए थाने में मामला दर्ज करा दिया. श्री जगमोहन ने बताया कि अब तक की जांच से ऐसा नहीं लगता है कि उस महिला के साथ सामूहिक बलात्कार की कोई घटना घटी है. उसके बावजूद पुलिस अपने तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती और पूरे मामले की जांच की जा रही है.