West Bengal: TMC नेता अनुव्रत मंडल को 10 दिनों की सीबीआई रिमांड, मवेशी तस्करी मामले में हुई गिरफ्तारी
West Bengal: सीबीआई को अनुव्रत को हिरासत में लेने में कोई कठिनाई नहीं हुई. केंद्रीय जांचकर्ता उसे अगले 10 दिनों के लिए हिरासत में लेकर गौ तस्करी मामले की गुप्त जानकारी का पता लगाने की कोशिश करेंगे.
West Bengal News: टीएमसी नेता अनुव्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने उन्हें आसनसोल की विशेष अदालत में पेश किया. सीबीआई ने अदालत से अनुव्रत मंडल के लिए 14 दिनों के रिमांड की मांग की. हालांकि अदालत की ओर से आरोपी नेता को 10 दिन के लिए सीबीआई हिरासत में भेज दिया गया. इस बीच अदालत में अनुव्रत मंडल ने अपने शारीरिक समस्याओं को लेकर गुहार लगाई लेकिन अदालत ने उनके आग्रह को अनसुना कर दिया. अब आगामी 20 अगस्त तक अनुव्रत मंडल सीबीआई हिरासत में रहेंगे.
बताया जाता है की गुरुवार सुबह बोलपुर निचूतला स्थित उनके घर से अनुव्रत मंडल को गिरफ्तार किया गया था. उन्हें आसनसोल कोर्ट में पेश किया गया. उनके वकील ने कोर्ट रूम में जमानत की गुहार नहीं लगाई और अनुव्रत ने खुद कचहरी में खड़े होकर अपने विभिन्न शारीरिक समस्याओं के बारे में बताया.लेकिन उसके बाद भी सीबीआई की हिरासत से नहीं बच सके. मामले को लेकर अनुव्रत के वकील ने कहा कि उन्होंने जमानत के लिए आवेदन नहीं किया.
इस पर जिस तरह से लोग प्रतिक्रिया दे रहे हैं, जमानत याचिका खारिज होने पर कुछ नहीं कहा जा सकता. नतीजतन, सीबीआई को अनुव्रत को हिरासत में लेने में कोई कठिनाई नहीं हुई. केंद्रीय जांचकर्ता उसे अगले 10 दिनों के लिए हिरासत में लेकर गौ तस्करी मामले की गुप्त जानकारी का पता लगाने की कोशिश करेंगे. कोर्ट के आदेश के मुताबिक इलाज की व्यवस्था कोलकाता के कमांड अस्पताल में की जाएगी. यदि वह बीमार है, तो दो वकील जब चाहें उनकी देखभाल के लिए जा सकते हैं.
बताया जाता है की अनुव्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद से बीरभूम जिला समेत पश्चिम बर्दवान जिला और राज्य भर में विरोधी दलों के नेताओं ,कार्यकर्ताओं ,समर्थकों द्वारा जहां गुड़ और बताशा बांटा गया. खुशी जताई गई. वहीं तृणमूल की ओर से इस दिशा में कोई हरकत नजर नहीं आई.
ममता बनर्जी को लगा झटका: बीरभूम जिले के दबंग तृणमूल नेता जिला पार्टी अध्यक्ष अनुव्रत मंडल की आज सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक बार फिर झटका लगा है. अभी मंत्री और मुख्यमंत्री के खास रहे पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी का मामला शांत भी नही हुआ था की मुख्यमंत्री के खास अनुव्रत की गिरफ्तारी से तृणमूल कांग्रेस को जोर का झटका लगा है.सीबीआई की ओर से इस केस में भेजे गए 10 समन पर कोई जवाब अनुव्रत द्वारा नहीं दिया था.इसके बाद एजेंसी ने अदालत का रुख किया था.
इससे पहले दो बार सीबीआई उनसे पूछताछ कर चुकी है. सीबीआई ने 2020 में पशु तस्करी के मामले में केस दर्ज किया था, जिसमें अनुव्रत मंडल का नाम भी सामने आया था. सीबीआई के मुताबिक 2015 से 2017 के दौरान बीएसएफ ने 20,000 पशुओं के सिर बरामद किए थे. इन पशुओं की सीमा पार तस्करी की जा रही थी. सीबीआई ने हाल ही में इसी केस में कई जगहों पर छापेमारी की थी.
पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था बॉडीगॉड: एजेंसी ने मंडल के बॉडीगार्ड सैगल हुसैन को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था.सैगल के पास अनुव्रत का करीब एक सौ करोड़ रुपए की संपति समेत बीरभूम और कोलकाता में कई फ्लैट ,पेट्रोल पंप, सोने चांदी ,हीरो के आभूषण समेत सैकड़ों एकड़ जमीन का पता सीबीआई को लगा था. जिले के इलमबाजार और नानूर में गौ खरीद फरोख्त बड़े पैमाने पर होता रहा है. यहां से भी गायों की तस्करी बांग्लादेश होता रहा है.
मुकेश तिवारी