वृंदा ने अहलुवालिया से मांगा जवाब, कब बनेगा गोरखालैंड
-मोदी सरकार पर भी हमला -सांप्रदायिकता फैलाने का लगाया आरोप सिलीगुड़ी: माकपा नेता वृंदा करात ने गोरखालैंड राज्य के निर्माण को लेकर भाजपा पर दोहरी राजनीति करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि भाजपा सांसद एसएस अहलुवालिया लोकसभा चुनाव के दौरान दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में कुछ और समतल क्षेत्र में कुछ बोल रहे […]
-मोदी सरकार पर भी हमला
-सांप्रदायिकता फैलाने का लगाया आरोप
सिलीगुड़ी: माकपा नेता वृंदा करात ने गोरखालैंड राज्य के निर्माण को लेकर भाजपा पर दोहरी राजनीति करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि भाजपा सांसद एसएस अहलुवालिया लोकसभा चुनाव के दौरान दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में कुछ और समतल क्षेत्र में कुछ बोल रहे थे. उन्होंने चुनाव के दौरान पर्वतीय क्षेत्र में अलग गोरखालैंड राज्य के गठन का वादा किया था, लेकिन केंद्र में भाजपा की सरकार बनें 100 से भी अधिक दिन का समय हो चुका है, लेकिन एस एस अहलुवालिया ने अलग राज्य की निर्माण की दिशा में कुछ भी नहीं किया है.
वास्तव में गोरखालैंड की निर्माण की कोई संभावना नहीं है और सिर्फ चुनाव जीतने के लिए अहलुवालिया ने पहाड़ के लोगों से झूठे वादे किये. श्रीमति करात आज यहां माकपा कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रही थी. उन्होंने केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार पर भी जमकर हमला बोला और सांप्रदायिकता की राजनीति करने का आरोप लगाया. श्रीमति करात ने कहा कि जब से नरेंद्र मोदी की सरकार बनी हैं तब से देश में सांप्रदायिक दंगे के मामले काफी बढ़ गये है. नरेंद्र मोदी की सरकार बनने से अब तक उत्तर प्रदेश में ही छोटे-बड़े 600 से अधिक दंगे हुए हैं. उन्होंने सांप्रदायिक रणनीति अपना कर भाजपा पर चुनावी लाभ लेने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के सत्ता में आते ही भाजपा के अन्य सहयोगी संगठनों विहिप, आरएसएस, बजरंग दल आदि की सक्रियता बढ़ गयी है. इसी वजह से लगातार दंगे हो रहे हैं. उत्तर प्रदेश में विधान सभा के उपचुनाव होने हैं. इसमें लाभ लेने के लिए भाजपा ने सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाने की रणनीति अपना ली है. इस चुनाव का प्रभारी उस जोगी आदित्य नाथ को बनाया गया है, जो सांप्रदायिकता की राजनीति करने के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने मोदी सरकार पर हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वह सत्ता में आते ही महंगाई कम कर देंगे, लेकिन वह अपना वादा निभाने में विफल रहे हैं. उलटे महंगाई और अधिक बढ़ गयी है. उन्होंने मोदी सरकार पर सभी मामलों में विफल रहने का आरोप लगाया.