कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक निजी चैनल पर दिये साक्षात्कार की वाम मोरचा ने निंदा की है. माकपा की ओर से आरोप लगाया गया कि तृणमूल कांग्रेस का हाथ थाम कर ही भाजपा राज्य में आयी. वामपंथी विचारधारा की बातें कहने से ही कोई वामपंथी नहीं हो जाता. उसके लिए कार्य करने होते हैं.
तृणमूल से किसी भी प्रकार के समझौते की बात सोची भी नहीं जा सकती है. इधर, फॉरवर्ड ब्लॉक के नेता देवव्रत विश्वास ने कहा कि आधारहीन बयान पर प्रतिक्रिया देने का कोई मतलब नहीं है. तृणमूल के साथ किसी भी गंठबंधन की कोई संभावना नहीं हैं.
सूत्रों के अनुसार निजी चैनल को दिये साक्षात्कार में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कथित तौर पर उन्होंने कहा था कि यदि इस तरह की कोई स्थिति पश्चिम बंगाल में उत्पन्न होती है, तो उस पर विचार हो सकता है क्योंकि कोई भी अछूत नहीं है. उन्होंने एसयूसीआइ के साथ अपनी पार्टी के गंठबंधन पर कहा कि अगर कोई आगे आता है, तो बातचीत की जा सकती है क्योंकि लोकतंत्र में कोई भी विकल्प बंद नहीं होना चाहिए. एजेंसी में जारी खबर के अनुसार जब मुख्यमंत्री से पूछा गया कि क्या वह माकपा के साथ हाथ मिलाने के लिए राजी हैं, तो उन्होंने कहा कि अगर कोई प्रस्ताव आता है तो हम अपनी पार्टी में उसपर चर्चा करेंगे.