– विभिन्न घोटालों का लगाया आरोप
– सिलीगुड़ी में एक स्कूल की बिक्री पर उठाये सवाल
– सीबीआइ जांच की मांग
सिलीगुड़ी: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सिलीगुड़ी आगमन के एक दिन पहले माकपा ने उनके खिलाफ मोरचा खोल दिया है. सारधा तथा एसजेडीए घोटाले सहित विभिन्न मामलों को लेकर माकपा ने ममता बनर्जी तथा उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को लपेटने की कोशिश की है. आज सिलीगुड़ी के पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए माकपा नेता तथा पूर्व मंत्री शोक भट़्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री बार-बार उत्तर बंगाल के दौरे पर आ रही हैं, लेकिन इसका कोई लाभ उत्तर बंगाल के लोगों को नहीं हो रहा है. वह पुराने कार्यों को ही एक बार फिर से उद्घाटन कर आम लोगों को धोखा देने की कोशिश कर रही हैं.
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने सिलीगुड़ी आगमन के दौरान दीनबंधु मंच का उद्घाटन करेंगी. इस उद़्घाटन का कोई मतलब नहीं निकलता है. इस भवन का उद्घाटन 1987 में ही हो गया है. वर्तमान सरकार ने बस इस भवन को एक नया रूप दिया है. किसी भी निर्माण कार्यों का समय-समय पर रख-रखाव जरूरी है. रख-रखाव कार्य को ही नये भवन का रूप देकर उसका एक बार फिर से मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन कराना अपने आप में आश्चर्य की घटना है. इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ. उन्होंने ममता बनर्जी पर सीधे हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बस उद्घाटन और शिलान्यास की राजनीति कर रही हैं. हालात यह है कि सड़क मरम्मती के काम का शिलान्यास भी ममता बनर्जी द्वारा किया जा रहा है.
उन्होंने आगे बताया कि नो रिफ्यूजल टैक्सी का ऑफर लेटर भी मुख्यमंत्री प्रदान कर रही हैं. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का यह सब काम नहीं है. इस काम को करने के लिए सरकारी अधिकारी हैं और उन्हें ही ऐसे छोटे-मोटे काम करने देने चाहिए. आने वाले दिनों में यदि मुख्यमंत्री किसी रिक्शे का उद्घाटन कर दें, तो इसमें लोगों को आश्चर्य नहीं होना चाहिए. श्री भट्टाचार्य ने आगे कहा कि जब से तृणमूल कांगे्रस राज्य में सत्ता में आयी है तब से विकास का कोई काम नहीं हो रहा है. उल्टे तृणमूल के नेता और मंत्री विभिन्न घोटालों में लगे हुए हैं. उन्होंने सारधा घोटाले की तरह ही एसजेडीए घोटाले की जांच भी सीबीआइ से कराने की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने सिलीगुड़ी के मिलनमोड़ स्थित एक स्कूल की बिक्री पर भी सवाल उठाये.
उनका कहना था कि उस स्कूल को सारधा समूह के हाथों बेचने के दौरान करोड़ों रुपये की हेरा-फेरी हुई है. उन्होंने नाम लिये बगैर उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पूरे मामले में उनकी भूमिका की जांच होनी चाहिए. उन्होंने इस मामले की भी सीबीआइ जांच की मांग की. श्री भट्टाचार्य ने आगे कहा कि सारधा मामले की तरह ही एसजेडीए घोटाला मामला भी सीबीआइ के हवाले किया जाना चाहिए. सीआइडी जांच पर उन्हें भरोसा नहीं है. सीआइडी पूरे मामले को दबाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने इस मामले में इडी की भूमिका पर भी प्रश्नचिन्ह लगाये और कहा कि इडी के अधिकारी बस लोगों को बुला रहे हैं. जांच में कितनी प्रगति हुई है, इसका किसी को पता नहीं है.