-जागरूकता कार्यक्रमों की कमी
-किसी को नहीं मिल रहा कोइ लाभ
बालुरघाट: उपभोक्ता अधिकार सुरक्षा कार्यालय की स्थापना के 12 वर्ष बीत जाने के बावजूद दक्षिण दिनाजपुर जिले के 30 प्रतिशत लोगों को इसके बारे में साधारण जानकारी तक नहीं है. जिस कारण इस कार्यालय के माध्यम से उपभोक्ताओं को कोई लाभ नहीं मिल रहा है. कंज्यूमर एफेयर्स विभाग की ओर से कभी भी जागरूकता शिविर का आयोजन नहीं किया जाता है.
उल्लेखनीय है कि खरीदारी के बारे में उपभोक्ताओं को जागरूक करने व उनके उपभोक्ता अधिकार की रक्षा के लिए 2001 में जिले में इस कार्यालय की स्थापना की गयी थी. दफ्तर के अधिकारियों द्वारा उपभोक्ताओं को किसी भी सामग्री की खरीद पर रसीद, गारंटी व वारंटी, वजन, मियाद, रजिस्ट्रेशन नंबर, हॉल मार्क, कंपनी का नाम आदि के बारे में जांच-पड़ताल की जानकारी दी जाती है.
अगर कोई सामग्री के खरीदारी के बाद क्रेता को कोई समस्या आती है, तो वे इस दफ्तर के माध्यम से शिकायत कर सकते हैं. शिकायत के आधार पर क्षतिपूर्ति, बदलने आदि की सुविधाएं उपलब्ध होती है. जिले के कुमारगंज, हिली, तपन, वंशीहारी, हरिरामपुर आदि इलाके के अधिकांश लोग उपभोक्ता अधिकार के बारे में अनजान हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि उपभोक्ता अधिकार कार्यालय कहां पर है, यह क्या काम करता है, इससे आम लोगों को क्या लाभ मिलता है, इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
क्या कहते हैं अधिकारी
दफ्तर के कंज्यूमर एफेयर्स विभाग के अधिकारी सुजित राय ने बताया कि विभिन्न विषयों के बारे में उपभोक्ताओं को जानकारी देने के लिए जागरूकता शिविर, टैबलो शो, मैजिक शो आदि का आयोजन किया जाता है. कंज्यूमर वेलफेयर अफसर प्रेम तामांग ने बताया कि जागरूकता बढ़ाने के लिए और भी पहल किये जायेंगे. जागरूकता कार्यक्रम में विभिन्न कंज्यूमर क्लब, एनजीओ को शामिल किया जायेगा. 2011-12 में 78 शिकायतें दर्ज हुई थी, सभी का समाधान कर दिया गया है.