उत्तर दिनाजपुर : कांग्रेस को एक और झटका
– दालखोला नगरपालिका से कब्जा खत्म – सभी 10 काउंसिलर जाएंगे तृणमूल में कालियागंज: लोकसभा चुनाव में हार के बाद उत्तर दिनाजपुर जिले में कांग्रेस को झटका लगने का क्रम जारी है. एक पर एक वरिष्ठ नेता पार्टी को अलविदा कह कर दूसरी पार्टियों में जा रहे हैं. सबसे पहले ग्वालपोखर के विधायक गुलाम रब्बानी […]
– दालखोला नगरपालिका से कब्जा खत्म
– सभी 10 काउंसिलर जाएंगे तृणमूल में
कालियागंज: लोकसभा चुनाव में हार के बाद उत्तर दिनाजपुर जिले में कांग्रेस को झटका लगने का क्रम जारी है. एक पर एक वरिष्ठ नेता पार्टी को अलविदा कह कर दूसरी पार्टियों में जा रहे हैं. सबसे पहले ग्वालपोखर के विधायक गुलाम रब्बानी कांग्रेस छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए. रब्बानी का तृणमूल में जाना कांग्रेस के लिए खासकर दीपा दासमुंशी के लिए करारा झटका था.
ग्वालपोखर से कभी दीपा दासमुंशी विधायक हुआ करती थीं, लेकिन अपने पति प्रियरंजन दासमुंशी की बीमारी के बाद वह रायगंज लोकसभा सीट से चुनाव जीती तब उन्होंने ग्वालपोखर विधानसभा क्षेत्र के विधायक पद से अपना इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने अपने विश्वस्त गुलाम रब्बानी को कांग्रेस का टिकट दिलवाया और वह चुनाव जीतने में कामयाब रहे थे. हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में रायगंज से दीपा दासमुंशी की हार हुई है. उसके बाद से लेकर अब तक समीकरण में काफी बदलाव आ चुका है. एक के बाद एक कांग्रेस के नेता पार्टी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में जा रहे हैं. इस बीच, उत्तर दिनाजपुर जिले के दालखोला नगरपालिका के चेयरमैन सहित कांग्रेस के सभी 10 काउंसिलरों ने तृणमूल कांग्रेस में जाने की तैयारी कर ली है.
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगरपालिका चेयरमैन तथा कांग्रेस नेता सुवास गोस्वामी ने तृणमूल कांग्रेस के महासचिव मुकुल राय को एक पत्र लिखकर अपने तथा अन्य कांग्रेस काउंसिलरों के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की चिट्ठी लिखी है. श्री गोस्वामी ने इस बात को स्वीकार भी किया है. खबर है कि मुकुल राय से हरी झंडी मिलने के बाद ही श्री गोस्वामी तथा अन्य 9 कांग्रेसी काउंसिलर कोलकाता रवाना हो जाएंगे. यह लोग कोलकाता में ही एक समारोह के दौरान तृणमूल कांग्रेस का झंडा थामेंगे. इस संबंध में श्री गोस्वामी का कहना है कि दालखोला क्षेत्र में नागरिक सेवा प्रदान करने तथा विकास के लिए जरूरी है कि राज्य सरकार से सहयोग मिले, क्योंकि धन के अभाव में दालखोला नगरपालिका क्षेत्र में नागरिक सेवाओं का संचालन का काम संभव नहीं हो रहा है.
जब तक दीपा दासमुंशी सांसद थीं तब तक उनके एमपी कोटे के धन से भी यहां काम कर पाना संभव हो रहा था, लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में उनकी हार के बाद सांसद कोटे से धन मिलने की संभावना भी खत्म हो गई है. इसीलिए तृणमूल कांग्रेस में शामिल होकर राज्य सरकार के सहयोग से दालखोला में विकास कार्यों को सुचारू रूप से चलाने का निर्णय लिया गया है. इस संबंध में उत्तर दिनाजपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मोहित सेनगुप्ता ने कहा है कि दागी काउंसिलरों के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की गई है और उन्हें समझाने-बुझाने का काम चल रहा है. यहां उल्लेखनीय है कि दालखोला नगरपालिका में कुल 16 वार्ड है. इसमें से 10 पर कांग्रेस का कब्जा है. जबकि 4 पर माकपा तथा 2 सीटों पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा है.