जलपाईगुड़ी:पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में रेल की पटरी के पास एक किशोरी का शव पाया गया जिसके बाद इलाके को लोग सकते हैं. कहा जा रहा है कि जलपाईगूड़ी के धूपगुड़ी इलाके में पंचायत (गांव वालों की स्वयं द्वारा गठित पंचायत) ने लड़की को थूक को चाटने के लिए कहा जिसे लड़की ने सिरे से नकार दिया.
मंगलवार सुबह रेल की पटरी के पास मृत अवस्था में लडकी का शव बरामद किया गया. लड़की के पूरे शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था सिवाय कंधे के. इससे लड़की के साथ बलात्कार होने की आशंका जताई जा रही है.
बताया जा रहा है कि इस पंचायत का नेतृत्व तृणमूल कांग्रेस की महिला पार्षद नमिता रॉय के पास था. लड़की के परिजनों ने बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज कराया है. इस घटना में 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मामले को महिला पार्षद के पति के खिलाफ भी दर्ज किया गया है. पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में ले लिया गया है. हिरासत में आरोपियों से पूछताछ की जाएगी.
दरअसल मामला इस तरह शुरू हुआ था कि सालिशी सभा(गांव वालों की स्वयं द्वारा गठित पंचायत) ने लडकी के पिता को पीटने का आदेश दिया था और 15 वर्षीय किशोरी के पिता की बेरहमी से पिटाई की जा रही थी. उसके पिता को पीटने की वजह बताई जा रही है कि लड़की के पिता ने खेती के लिए पावर टिलर किराए पर लिया था और किन्ही कारणों से वह किराया नहीं दे पाया था.
लड़की ने इसका विरोध किया था.इसके बाद पंचायत ने लड़की को निशाने पर ले लिया और उसे थूक चाटने पर मजबूर किया. लेकिन लड़की ने इसका भी विरोध किया. इसके बाद लडकी गायब हो गई उसे कहीं देखा नहीं गया.
कुछ घंटे बाद लोग उस समय सकते में आ गए जब लडकी को रेल की पटरी पर मृत अवस्था में पाया गया. गणेश प्रसाद नाम के व्यक्ति ने बताया कि सुबह 8.15 के करीब उसने एक पटरियों पर लाश देखी.उसके मुताबिक लड़की के शरीर पर कपड़े नहीं थें जबकि रेल से कुचले जाने के बाद ऐसा नहीं होता है बदन पर कपड़े होते ही हैं. लड़की के केवल कंधे पर ही कपड़ा था.
आरोपी गांव वालों ने इसे आत्महत्या का मामला करार दिया है. इस मामले में लड़की के परिजन कुछ और ही कहानी बयान कर रहे है. लड़की के मामा का कहना है कि उनके बहनोई को पीटा गया और भांजी के विरोध करने पर उसे भी धमकाया गया. उन्होंने सवाल किया कि यदि यह आत्महत्या का मामला है तो लड़की के शरीर पर कपड़े क्यों नहीं पाए गए. उन्होंने इसे बलात्कार और हत्या का मामला करार दिया.
सत्तासीन तृणमूल ने इस घटना से पल्ला झाड़ लिया. जबकि विरोधी पार्टी माकपा के कार्यकर्ता इस घटना का जमकर विरोध कर रहे है. उन्होंने राज्य में इस घटना के विरोध में प्रदर्शन करने की तैयारी कर ली है.