सरकार ने विधायकों को पत्रकारों से बात करने से रोका
कोलकाता:राज्य सचिवालय नवान्न भवन में अब तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने विरोधी पार्टियों के संवाददाता सम्मेलन करने के अधिकार को भी छीन लिया है. यह आरोप वाम मोरचा के विधायकों का है. दरअसल, पाट की कीमत को बढ़ाने की मांग को लेकर बुधवार को वाम मोरचा विधायकों का प्रतिनिधिमंडल कृषि मंत्री पूर्णेदु बसु से मिलने […]
कोलकाता:राज्य सचिवालय नवान्न भवन में अब तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने विरोधी पार्टियों के संवाददाता सम्मेलन करने के अधिकार को भी छीन लिया है. यह आरोप वाम मोरचा के विधायकों का है. दरअसल, पाट की कीमत को बढ़ाने की मांग को लेकर बुधवार को वाम मोरचा विधायकों का प्रतिनिधिमंडल कृषि मंत्री पूर्णेदु बसु से मिलने पहुंचा था. मुलाकात के बाद जब माकपा विधायक संवाददाताओं को संबोधित करने प्रेस कॉर्नर में प्रवेश कर रहे थे, तो उन्हें पुलिस ने वहां प्रवेश करने नहीं दिया. इससे वे अपनी बात पत्रकारों के समक्ष नहीं रख पाये. माकपा विधायक इसके बाद प्रेस कॉर्नर के बाहर ही धरने पर बैठ गये और राज्य सरकार के खिलाफ गणतांत्रिक अधिकार का हनन करने का आरोप लगाया.
क्या है घटना
माकपा विधायक अनिसुर रहमान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने कृषि मंत्री को अपनी मांगों की सूची सौंपी. बाद में उन्होंने राज्य सचिवालय के बाहर संवाददाताओं से कहा कि वाम मोरचा की ओर से पाट की समर्थन कीमत को 4000 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग की गयी है. इसके साथ ही यहां के सभी जूट मिलों की समस्या को दूर करने के लिए राज्य सरकार को पहल करने को कहा है. उन्होंने कहा कि राज्य में अभी भी करीब 20 जूट मिल बंद हैं और इसका प्रमुख कारण है केंद्र सरकार की नयी जूट बैग को लेकर बनायी गयी नीति. केंद्र सरकार की इस नीति के कारण जूट बैग की खपत कम हो गयी है, इसलिए उन्होंने राज्य सरकार से इस संबंध में केंद्र से बात कर समस्या का समाधान करने का प्रस्ताव दिया है.
तृणमूल कांग्रेस की सरकार महज तीन वर्षो में ही भ्रष्टाचार में लिप्त हो गयी है. जिस प्रकार से सारधा चिटफंड घोटाला मामले में एक के बाद एक तृणमूल कांग्रेस नेताओं का नाम सामने आ रहे हैं, इससे यह साफ होता है कि मां, माटी व मानुष की सरकार सिर्फ लोगों से उनका हक छीनने के लिए सत्ता में आयी है.
अनिसुर रहमान, माकपा विधायक