कोलकाता: बेमियादी टैक्सी हड़ताल के बीच शुक्रवार को एटक व सीटू समर्थित वाम श्रमिक संगठनों ने एक दिवसीय परिवहन हड़ताल का एलान किया है.
एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन, मेटाडोर-मिनीडोर ऑपरेटर्स यूनियन, सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन व वेस्ट बंगाल रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन की ओर से साङो रूप से हड़ताल का फैसला लिया गया है जिसे अन्य केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने भी समर्थन दिया है. उधर, बेमियादी टैक्सी हड़ताल का पहले दिन यानी गुरुवार को कोलकाता, हावड़ा व निकटवर्ती इलाकों में व्यापक असर रहा.
प्रदेश एटक के सचिव व कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव, सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन के नेता अनादि साहू और वेस्ट बंगाल रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव सुभाष मुखर्जी का कहना है कि केवल टैक्सी चालक ही नहीं बल्कि परिवहन क्षेत्रों से जुड़े तमाम श्रमिकों की स्थिति दयनीय है. पुलिस के जुल्म और राज्य सरकार के दमनात्मक रवैये के कारण परिवहन क्षेत्रों के श्रमिकों की स्थिति बदहाल है. इन श्रमिकों की समस्याओं को सुलझाने के लिए राज्य सरकार की भूमिका उदासीन है. यही वजह है कि एक दिवसीय परिवहन हड़ताल का आह्वान किया गया है.
अब आंदोलन के सिवा टैक्सी चालकों व परिवहन क्षेत्रों से जुड़े श्रमिकों के सामने दूसरा उपाय नहीं है. कोलकाता मेटाडोर-मिनीडोर ऑपरेटर्स यूनियन द्वारा करीब 37 से 38 हजार मेटाडोर-मिनीडोर चालकों से हड़ताल में शामिल होने का आग्रह किया गया है.
बस मालिक हड़ताल में शामिल नहीं होंगे
उधर, ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट ने शुक्रवार की परिवहन हड़ताल में शामिल होने से इनकार कर दिया है. यह बस मालिकों की संस्था है. ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट के संयुक्त सचिव तपन बनर्जी ने कहा कि यात्रियों की दिक्कतों को देखते हुए हड़ताल को समर्थन नहीं करने का फैसला लिया गया है. करीब 42 हजार बसों की सेवा सामान्य रहेगी. इंटर एवं इंट्रा बस रीजन एसोसिएशन ने भी हड़ताल में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है. एसोसिएशन के सचिव पल्लव मजूमदार ने संगठन से जुड़ीं 2500 बसें सामान्य दिनों की तरह सड़कों पर उतरेंगी. इंटर व इंट्रा बस रीजन से जुड़ी बसें पूर्व और पश्चिमी मेदिनीपुर, हुगली व हावड़ा के ग्रामीण क्षेत्रों में चलती हैं.
टैक्सी हड़ताल का व्यापक असर
कोलकाता. वाम समर्थित यूनियनों की बेमियादी हड़ताल के आह्वान के बाद गुरुवार को महानगर में सड़कों पर टैक्सी नहीं चली, जिसके कारण दफ्तर जानेवाले लोगों और रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर लंबी दूरी तय करनेवाले यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा.