यादवपुर विश्वविद्यालय: आज तय होगी छात्र आंदोलन की अगली रणनीति राज्यपाल ने पार्थ को किया तलब
यादवपुर विश्वविद्यालय में पुलिस कार्रवाई का चौतरफा विरोध हो रहा है. कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में भी पुलिस की इस ज्यादती के विरोध में प्रदर्शन की खबर है. वहीं रविवार को कोलकाता में शिक्षकों ने जुलूस निकाल कर छात्र आंदोलन के प्रति समर्थन जताया. उधर, राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने शिक्षा पार्थ चटर्जी को तलब कर […]
यादवपुर विश्वविद्यालय में पुलिस कार्रवाई का चौतरफा विरोध हो रहा है. कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में भी पुलिस की इस ज्यादती के विरोध में प्रदर्शन की खबर है. वहीं रविवार को कोलकाता में शिक्षकों ने जुलूस निकाल कर छात्र आंदोलन के प्रति समर्थन जताया. उधर, राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने शिक्षा पार्थ चटर्जी को तलब कर घटना की जानकारी ली. सोमवार को यादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों की बैठक होगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जायेगी.
कोलकाता: यादवपुर विश्वविद्यालय की घटना को लेकर शनिवार को छात्रों के जबरदस्त प्रदर्शन के बाद रविवार को विश्वविद्यालय और कॉलेजों के शिक्षक सड़क पर उतरे और विवि परिसर में पुलिस बुलाने के कुलपति के फैसले का विरोध किया. वाम विचारों वाले पश्चिम बंगाल कॉलेज एवं विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डब्ल्यूबीसीयूटीए) से जुड़े शिक्षकों ने ढाकुरिया से 8बी बस स्टैंड तक जुलूस निकाला. इसमें पूर्व कुलपति अशोकनाथ बसु ने भी शिरकत की. शिक्षकों ने घटना की न्यायिक जांच की मांग की. बसु का कहना था कि कुलपति का कर्तव्य छात्रों की रक्षा करना है, लेकिन कुलपति खुद ही पुलिस बुला रहे हैं. ऐसी स्थिति में छात्रों का भविष्य पूरी तरह असुरक्षित हो गया है. कुलपति को खुद पद छोड़ देना चाहिए.
बसु ने कहा कि जिसने भी अन्याय किया है, उसे सजा मिलनी चाहिए. यादवपुर विश्वविद्यालय में एक छात्र छेड़खानी की शिकार होती है, लेकिन कुलपति तुरंत जांच कमेटी गठित करने की जगह टालमटोल करते हैं. ऐसे में अब कुलपति को अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है. उधर, जानकारी के अनुसार, सोमवार को जेयू के छात्रों के संगठन की जनरल बॉडी की बैठक होगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जायेगी. गौरतलब है कि शनिवार को शहरभर के छात्रों ने भारी बारिश के बीच जबरदस्त विरोध रैली निकाली थी.
जांच पैनल बनाने का फैसला किया
राज्य सरकार ने यादवपुर विश्वविद्यालय में छात्र के कथित उत्पीड़न के मामले की जांच के लिए एक पैनल बनाने का फैसला किया है. उच्च शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर जांच कमेटी बनाने का फैसला किया गया. उन्होंने कहा मुख्यमंत्री की इच्छा के मुताबिक, जांच कमेटी के सदस्यों से 72 घंटों के भीतर रिपोर्ट पेश करने का अनुरोध किया गया है. चटर्जी ने कहा कि तीन या चार सदस्यों के साथ शिक्षा विभाग द्वारा एक समिति बनायी जायेगी. इसके सदस्यों का नाम सोमवार को सार्वजनिक होगा.
राज्यपाल ने ली घटना की जानकारी
उधर, राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को राजभवन तलब कर घटना की जानकारी ली. गौरतलब है कि शनिवार को छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर मामले में हस्तक्षेप का आग्रह किया था. राज्यपाल विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं. उन्होंने छात्रों से विवि में शैक्षिक माहौल फिर से बहाल करने में सहयोग करने का आग्रह किया था. राज्यपाल ने छात्रों को मामले में जरूरी कदम उठाने का भरोसा दिया था. इस परिप्रेक्ष्य में राज्यपाल के साथ शिक्षा मंत्री की मुलाकात को अहम माना जा रहा है.
घटना की राष्ट्रीय महिला आयोग जांच करे : मीनाक्षी
कोलकाता. भाजपा प्रवक्ता और सांसद मीनाक्षी लेखी ने यादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों पर पुलिस ज्यादती की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि आज किसी सरकार का इस तरह का व्यवहार बरदाश्त करने लायक नहीं है. लेखी ने रविवार को स्टेट लेडी एडवोकेट सम्मेलन में शिरकत की. उन्होंने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा : महिला होने के नाते मैं यादवपुर की घटना से आहत हूं. एक विश्वविद्यालय में किसी छात्र के साथ छेड़खानी होती है.
घटना की राष्ट्रीय महिला
और उस विश्वविद्यालय के कुलपति छेड़खानी करनेवाले लड़कों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाते हैं. न ही कोई जांच कमेटी गठित की गयी. यहां तक कि छेड़खानी का शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे छात्रों पर पुलिस ने बर्बर लाठीचार्ज किया. उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से घटना की जांच करके दोषियों को सजा दिलाने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग से अपील करेंगी. यादवपुर विश्वविद्यालय के कुलपति को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. वह तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं. आरोपी युवकों को जांच होने तक निलंबित किया जाना चाहिए था और अगर उन्हें दोषी पाया गया तो मामले की फौजदारी कार्रवाई होनी चाहिए.
क्या है मामला
28 अगस्त को यादवपुर विश्वविद्यालय के कैंपस में कला विभाग की द्वितीय वर्ष की छात्र उत्पीड़न की शिकार हुई थी. ब्वायज होस्टल के एक कमरे में उसके साथ छेड़खानी और मारपीट की घटना हुई थी. इसकी जांच के लिए कमेटी बनाने की मांग में कुलपति का घेराव कर रहे छात्रों पर पुलिस ज्यादाती के विरोध में विद्यार्थी आंदोलनरत हैं.
बेंगलुरू में प्रदर्शन
आंदोलन की चिंगारी दिल्ली और बेंगलुरू तक पहुंच गयी है. शनिवार को दिल्ली में प्रदर्शन हुआ तो रविवार को बेंगलुरू में विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों ने जुलूस निकाला. यादवपुर विवि के कुलपति के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शनकारी हाथ में गिटार लेकर नारेबाजी के बीच कुलपति के इस्तीफे की मांग कर रहे थे.