झुकी सरकार: जब्त टैक्सियों को छोड़ने का क्रम शुरू

कोलकाता: एटक समर्थित टैक्सी संगठन कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के लगातार आंदोलन के दबाव में सरकार को झुकना पड़ा और आंदोलन के दौरान जब्त की गयी टैक्सियों को छोड़ने का क्रम शुक्रवार को शुरू हो गया. जब्त टैक्सियों को छोड़ने के संबंध में कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने पब्लिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 27, 2014 4:26 AM

कोलकाता: एटक समर्थित टैक्सी संगठन कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के लगातार आंदोलन के दबाव में सरकार को झुकना पड़ा और आंदोलन के दौरान जब्त की गयी टैक्सियों को छोड़ने का क्रम शुक्रवार को शुरू हो गया.

जब्त टैक्सियों को छोड़ने के संबंध में कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने पब्लिक वेहिकल्स विभाग के निदेशक सी मुरगन के साथ बातचीत की. उसके बाद लगभग जब्त दर्जन टैक्सियों को छोड़ा गया.

उल्लेखनीय है कि गुरुवार को टैक्सी आंदोलन के संबंध में एटक के महासचिव व पूर्व सांसद गुरुदास दासगुप्ता ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से हस्तक्षेप की मांग की थी. श्री श्रीवास्तव ने कहा कि श्री दासगुप्ता के हस्तक्षेप की मांग और एटक समर्थित टैक्सी संगठन के आंदोलन के कारण अंतत: पब्लिक वेहिकल्स विभाग को झुकना पड़ा.

शुक्रवार को कई टैक्सियों को छोड़ा गया तथा सोमवार और भी जब्त टैक्सियों को छोड़ा जायेगा. उन्होंने कहा कि उनका संगठन टैक्सी चालकों की समस्याओं को लेकर लगातार आंदोलनरत है तथा सबसे पहले उन लोगों ने ही आंदोलन शुरू किया था.

उन्होंने कहा कि आंदोलन के साथ-साथ वे लोग कानूनी लड़ाई भी लड़ रहे हैं. टैक्सी चालकों के जबरन लाइसेंस रद्द करने के मामले को लेकर परिवहन मंत्री सहित राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों को नोटिस दी गयी थी. इस संबंध में सोमवार को अदालत में मामला दायर किये जाने की संभावना है. उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग पूरी तरह से नाकाम रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हस्तक्षेप करें और समस्या का समाधान करें. उन लोगों ने पूजा तक हड़ताल स्थगित की है, लेकिन यदि कोई समाधान नहीं निकला, तो वे लोग फिर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.

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