कोलकाता: जंगल महल क्षेत्र में फिर माओवादियों का दबदबा बढ़ता जा रहा है. माओवादियों पर नकेल कसने के लिए राज्य सरकार ने दुर्गा पूजा के बाद फिर से अभियान चलाने का फैसला किया है.
माओवादियों के खिलाफ अभियान चलाने से पहले राज्य सरकार ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. राज्य पुलिस के महानिदेशक जीएमपी रेड्डी ने इस संबंध में जंगल महल में स्थित तीन जिले बांकुड़ा, पुरुलिया व पश्चिम मेदिनीपुर के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे. करीब ढाई घंटे तक चली इस बैठक में माओवादियों के दमन के लिए नयी रणनीति तैयार की गयी है.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही झारखंड-बंगाल की सीमा पर माओवादी व जवानों के बीच मुठभेड़ हुई थी और इसमें एक कोबरा जवान की मौत भी हो गयी थी.
इसके अलावा कई क्षेत्रों में माओवादियों के पोस्टर भी मिले हैं. कई बार तो पुलिस के हाथ लैंड माइंस व कारतूस भी मिले हैं, इसलिए राज्य सरकार ने जंगल महल क्षेत्र में सुरक्षा के लिए और कड़े इंतजाम करने का फैसला किया है. पूजा के दौरान भी यहां पर अतिरिक्त पुलिस के जवानों को तैनात करने का फैसला किया गया है. इस क्षेत्र के लालगढ़, धरमपुर, रामगढ़, सांकराइल, जामबनी, बिनपुर, नयाग्राम, गोपीबल्लभ पुर, शालबनी, गिधनी, बेलपहाड़ी में आयोजित दुर्गापूजा के दौरान पूजा पंडालों पर सादी पोशाक में पुलिस के जवानों को तैनात किया जायेगा. पूजा के समय झारखंड व ओड़िशा से भी लोग यहां आते हैं, इसलिए यहां आनेवाले प्रत्येक वाहन की तलाशी ली जायेगी और जरूरत पड़ी तो सबका पहचान पत्र भी देखा जायेगा.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने माओवादियों के घाटियों को चिन्हित कर लिया है और पूजा बाद से ही वहां अभियान शुरू किया जायेगा.