देश को दहलाने की थी साजिश

पानागढ़/बर्दवान/कोलकाता:बर्दवान जिले के खड़दह गांव में गुरुवार को हुए धमाके के सिलसिले में दो महिलाओं समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. तृणमूल कांग्रेस नेता के घर में हुए धमाके में दो संदिग्ध आतंकियों के मारे जाने के बाद बड़ी मात्र में विस्फोटक सामग्री की बरामदगी ने सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ा दिये हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2014 5:53 AM

पानागढ़/बर्दवान/कोलकाता:बर्दवान जिले के खड़दह गांव में गुरुवार को हुए धमाके के सिलसिले में दो महिलाओं समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. तृणमूल कांग्रेस नेता के घर में हुए धमाके में दो संदिग्ध आतंकियों के मारे जाने के बाद बड़ी मात्र में विस्फोटक सामग्री की बरामदगी ने सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ा दिये हैं.

कहा जा रहा है कि देश में बड़े पैमाने पर आतंकी वारदात को अंजाम देने की साजिश रची गयी थी. राज्य सरकार ने इस घटना की जांच न सिर्फ सीआइडी को सौंप दी है, बल्कि एक टॉस्क फोर्स का भी गठन किया है. उधर, विपक्ष ने सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया है.

बर्दवान जिले के खड़दह गांव में पिछले दो अक्तूबर को हुए बम विस्फोट में इंडियन मुजाहिद्दीन (आइएम) से जुड़े दो संदिग्ध आतंकवादियों की मौत के मामले की जांच कर रही अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) की टीम ने दो महिलाओं सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. महिलाओं को नौ दिन की रिमांड पर लिया गया है. विभागीय स्तर पर जांच रिपोर्ट पुलिस महानिदेशक को भेज दी गयी है. इस पर गृहसचिव, डीजीपी व सीआइडी विभाग के वरीय अधिकारियों ने बैठक कर रिपोर्ट पर चर्चा की. इसे केंद्रीय गृह मंत्रलय को भेजा जाना है. इसकी समीक्षा करने के बाद ही मंत्रलय इसकी जांच एनआइए को सौंपने का निर्णय लेगा. माना जा रहा है कि आतंकियों ने देश में बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रची थी. इधर, घटनास्थल से बरामद सामग्री की जांच कर विभिन्न देशी -विदेशी आतंकवादी संगठनों से मृत संदिग्ध आतंकियों की संबद्धता की जांच की जा रही है. इसमें जिला पुलिस अधीक्षक एसएमएच मिर्जा की भूमिका को भी विवादास्पद बताया जा रहा है.

क्या है घटना

खड़दह निवासी हाजी हसन चौधरी तृणमूल के नेता हैं. उनके आवास में ही तृणमूल का कार्यालय भी है. उनके दो मंजिले मकान के ऊपरी तल्ले पर फेरीवाला शकील अहमद, शोभन नाग, हसन साहब व दो महिलाएं रोजरा बीबी और अमीना बीबी छह माह से किराये पर रह रहे थे.

वे प्रतिमाह 4700 रुपये बतौर किराया देते थे. गुरुवार की दोपहर 12.15 बजे ऊपरी तल्ले में बम विस्फोट हुआ. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने वहां से शकील व शोभन का शव बरामद किया. जबकि घायल अवस्था में साहब को बरामद किया गया. 55 ताजा बम, जिलेटिन स्टीक, सॉकेट बम, हैंड ग्रेनेड, रिमोट कंट्रोल डिवाइस, आतंकवादी संगठन अलकायदा व तालिबानी वीडियो टेप, प्रशिक्षण टेप, तालिबानी गाने के कैसेट, केमिस्ट्री की किताबें, पासपोर्ट, एक ही व्यक्ति के कई नाम के वोटर कार्ड समेत बंग्ला व फारसी भाषा में लिखे हुए अलजेहाद /मुजाहिद्दीन के लिफलेट तथा कागजात माइक्रो चीप बरामद किये गये. दोनों संदिग्ध आतंकियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया तथा घायल को इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच सीआइडी को सौंप दी गयी है. बरामद बमों व हैंड ग्रेनेड को दामोदर नदी के किनारे ले जाकर डी-फ्यूज्ड किया गया. अन्य सामग्रियों को फोरेसिंक टीम को सौंपा गया है.

दोनों महिला आरोपी रिमांड पर
मामले की जांच में जुटी सीआइडी ने मृतक शकील की पत्नी रोजरा, घायल साहब की पत्नी अमीना को गिरफ्तार किया है. दोनों को रविवार को बर्दवान जिला कोर्ट के सीजीएम के समक्ष पेश किया गया. सीआइडी के पक्ष में लोक अभियोजक गुलाम असपिया ने 14 दिनों की रिमांड की मांग की. लेकिन कोर्ट ने नौ दिनों की रिमांड की मंजूरी दी. आरोपियों की ओर से कोई अधिवक्ता नहीं था. इधर, मकान किराये पर दिलाने के मध्यस्थ रहे हासन मोल्ला को गिरफ्तार किया गया है. तीनों से पूछताछ चल रही है.

लिंकमैन की तलाश
सीआइडी ने घटनास्थल से तीन मोबाइल फोन तथा 30 रासायनिक पदार्थ बरामद किया है. मोबाइल से 47 व्यक्तियों को कॉल की गयी है. मिली सूचना के अनुसार छह माह से साजिश चल रही थी तथा विस्फोट से एक दिन पहले हथियारों की खेप की आपूत्तर्ि की गयी थी. डिलेवरी लेकर एक व्यक्ति निकला है. मकानमालिक चौधरी की मदद से उक्त व्यक्ति का स्केच तैयार किया जा रहा है.

उच्चस्तरीय बैठक मुख्यालय में
सूत्रों ने बताया कि सीआइडी ने प्राथमिक रिपोर्ट राज्य मुख्यालय व पुलिस महानिदेशक को भेज दी है. इस मुद्दे पर गृह सचिव ने डीजी, सीआइडी के वरीय अधिकारियों के साथ लंबी बैठक की. माना जा रहा है कि अधिकारियों से चर्चा करने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रलय को रिपोर्ट भेजी जायेगी. इसके बाद ही केंद्र सरकार इस मा मले की जांच एनआइए को सौंपने पर निर्णय लेगी.

क्या-क्या हुआ है बरामद
घटनास्थल से 55 ताजा बम, जिलेटिन की छड़ें, सॉकेट बम, हैंड ग्रेनेड, रिमोट कंट्रोल डिवाइस, आतंकवादी संगठन अलकायदा व तालिबान के वीडियो टेप, प्रशिक्षण टेप, तालिबान से संबंधित कैसेट, केमिस्ट्री की किताबें, पासपोर्ट, एक ही व्यक्ति के कई नाम के वोटर कार्ड समेत बंग्ला व फारसी भाषा में लिखे हुए अलजेहाद /मुजाहिद्दीन के लिफलेट व माइक्रोचीप बरामद किये गये.

कई एजेंसियां जांच में जुटीं
मृतकों के आतंकवादी होने तथा विस्फोटक सामग्रियों बरादम होने के बाद विभिन्न एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है. मकान सील कर पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं. एनआइए और केंद्रीय फॉरेंसिक टीम ने शनिवार को घटनास्थल की जांच की. फॉरेंसिंक टीम ने कई नमूने संग्रहित. सीआइडी की पुलिस अधीक्षक सोमा दास भी घटनास्थल पर पहुंचीं. जांच अधिकारियों का कहना है कि बम बनाते समय ही विस्फोट हुआ. हैदराबाद में हुए बम विस्फोट के तार जांच अधिकारी इस घटना में तलाशने की कोशिश कर रहे हैं. विस्फोट के बाद कई साक्ष्य उससे मिलते-जुलते हैं.

टॉस्क फोर्स का किया गठन
राज्य के गृह सचिव बासुदेव बनर्जी ने बताया कि घटना की जांच के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है. इसमें कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स, सीआइडी व बर्दवान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल किये गये हैं. टॉस्क फोर्स घटना की तह तक जाकर जांच करेगी. पता लगाया जायेगा कि विस्फोटकों की सप्लाई कहां की जानी थी. घटनास्थल से मिले रसायन कहां से लाये गये थ़े क्या पहले यहां से विस्फोटकों की सप्लाई हुई थी.

मुजाहिद्दीन से जुड़ने की पुष्टि
दोनों मृतक इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़े थे, इसकी पुष्टि हो चुकी है. घायल हसन उर्फ अब्दुल बीरभूम जिले के मोहम्मद बाजार थाना के डेउचा गांव निवासी है. उसके पिता मोहम्मद शाह आलम हैं. वह डेउचा हाई स्कूल से 10वीं पास है. मुर्शिदाबाद के सुलेमान शेख की पुत्री अलीमा बीबी से तीन वर्ष पूर्व निकाह हुआ था. अब्दुल के भाई मोहम्मद मलहीन ने बताया कि अब्दुल पिछले तीन वर्ष से परिवार से दूर है. डेढ़ वर्ष पूर्व एक बार वह गांव आया था. अब्दुल के ससुर अपनी पुत्री के मुजाहिद्दीन आतंकी संगठन के सदस्य होने की बात को अस्वीकार करते हुए अपनी पुत्री को निदरेष करार दे रहे है.

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