कोलकाता. लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के मतदान को लेकर गुरुवार दोपहर 12 बजे से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय में बैठक हुई. इसमें देश के उप चुनाव आयुक्त नितेश व्यास, राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आरिज आफताब, अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी बी धर और अन्य अधिकारी वर्चुअली जुड़े. राज्य के विशेष महानिरीक्षक आलोक सिन्हा, विशेष पुलिस निरीक्षक अनिल कुमार शर्मा, जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और राज्य पुलिस के नोडल पदाधिकारी आनंद कुमार और सीआरपीएफ के महानिदेशक बीके शर्मा भी बैठक में जुड़े थे. जानकारी के अनुसार, सातवें चरण में 1580 सेक्शन क्विक रिस्पांस टीम ( क्यूआरटी) को तैनात किया जायेगा. पहले कहा गया था कि केंद्रीय बल की 1020 कंपनियां तैनात होंगी. लेकिन स्थिति को ध्यान में रखते हुए इनकी संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया. स्ट्रांग रूम के लिए केंद्रीय बल की तीन या चार कंपनियां और आ सकती हैं. जयनगर और बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र काफी संवेदनशील हैं. राजारहाट सीट को भी संवेदनशील माना जा रहा है. यहां चुनाव के दौरान सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किये जायेंगे. 126 बूथों पर नहीं होगी वेब कास्टिंग आयोग के अनुसार, इंटरनेट कनेक्टिविटी के अभाव में झाड़ग्राम में 60 , पुरुलिया में 60 बूथ और बांकुड़ा में छह मतदान केंद्र शैड जोन में हैं. यानी इन मतदान केंद्रों में वेब कास्टिंग नहीं होगी. इन जगहों पर माइक्रो ऑब्जर्वर मौजूद रहेंगे. वहां वीडियो रिकॉर्डिंग की जायेगी. पूर्व मेदिनीपुर को लेकर आयोग विशेष रूप से चिंतित है. क्योंकि गत विधानसभा चुनाव में यहां हिंसा की घटनाएं हुई थीं. चुनाव से पहले यहां नंदीग्राम में एक महिला की हत्या हो चुकी है. आयोग सूत्रों के मुताबिक, छठवें चरण के मतदान में केवल तमलुक लोकसभा क्षेत्र में केंद्रीय पुलिस बल की 237 कंपनियां तैनात की जायेंगी. नंदीग्राम में 232 क्यूआरटी रहेंगी.
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